वकीलों के जुलूस के मद्देनजर इस्लामाबाद की किलेबंदी
इस्लामाबाद, 11 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आपातकाल के दौरान बर्खास्त किए गए 60 से अधिक न्यायाधीशों की बहाली को लेकर वकीलों के 'लांग मार्च' के मद्देनजर राजधानी इस्लामाबाद की किलेबंदी कर दी गई है।
इस्लामाबाद, 11 जून (आईएएनएस)। पाकिस्तान में आपातकाल के दौरान बर्खास्त किए गए 60 से अधिक न्यायाधीशों की बहाली को लेकर वकीलों के 'लांग मार्च' के मद्देनजर राजधानी इस्लामाबाद की किलेबंदी कर दी गई है।
दूसरी ओर वकीलों ने दावा किया है कि यदि जुलूस को राजधानी में दाखिल होने से रोका गया, वहां पहले से छुपे उनके करीब दस हजार साथी जुलूस आगे ले जाएंगे।
बर्खास्त न्यायाधीशों की बहाली को लेकर वकीलों का चार दिवसीय 'लांग मार्च' सोमवार को कराची और क्वेटा से शुरू हुआ था। इस जुलूस में सैंकड़ों की तादाद में शामिल लोगों ने राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के विरोध में नारेबाजी की। इस जुलूस के शुक्रवार को इस्लामाबाद पहुंचने की संभावना है।
सर्वोच्च न्यायालय बार एसोसिएसन के अध्यक्ष और वकीलों के इस आंदोलन का नेतृत्व करने वाले एतियाज अहसान ने आईएएनएस से कहा, "हम हजारों की संख्या में इस्लामाबाद पहुंचेंगे।" उन्होंने कहा कि इस्लामाबाद की किलाबंदी इस बात का इशारा करती है कि वकीलों का आंदोलन सफल हो रहा है।
पंजाब प्रांत में सत्तारुढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) ने वकीलों के इस आंदोलन का समर्थन किया है। वहीं दूसरी ओर इस्लामाबाद में पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने वकीलों के जुलूस के मद्देनजर संसद, सर्वोच्च न्यायालय और राष्ट्रपति भवन की ओर जाने वाली सड़कों को बंद कर दिया है।
गौरतलब है कि वकीलों ने वे शुक्रवार को राष्ट्रपति भवन और संसद परिसर के बाहर बड़ी संख्या में जमा होकर प्रदर्शन करने की धमकी दी है। सुरक्षा के मद्देनजर इस्लामाबाद में सभी प्रमुख प्रवेश मार्गो पर वाहनों की तलाशी की जा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।