नक्सली चाहें तो हो सकती है बातचीत : पाटिल
रांची, 11 जून (आईएएनएस)। केंद्रीय गृह मंत्री शिवराज पाटिल ने कहा है कि नक्सली विद्रोही यदि बातचीत को आगे आएंगे तो सरकार उनका स्वागत करेगी।
झारखंड की राजधानी रांची में पत्रकारों से चर्चा के दौरान पाटिल ने कहा, "यदि दोनों पक्ष सहमत होते हैं तो किसी भी स्तर पर बातचीत की प्रक्रिया प्रारंभ की जा सकती है। यदि नक्सली चाहेंगे तो हम आगे बढ़कर बातचीत की प्रक्रिया शुरू कर सकते हैं।"
उन्होंने कहा, "बातचीत के जरिए हम एक दूसरे का पक्ष जान सकते हैं। बंदूक की नोंक पर कोई सफल नहीं हो सकता।"
झारखंड के चतरा और पलामू जिले में चल रहे पायलट प्रोजेक्ट्स का जायजा लेने यहां पहुंचे पाटिल ने आश्वासन दिया कि राज्य पुलिस के आधुनिकीकरण के संदर्भ में वे प्रदेश सरकार को हर संभव मदद देंगे।
पाटिल ने कहा कि हाल के दिनों में हुई नक्सली घटनाओं में मारे गए लोगों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। साथ ही नक्सली गुटों की संख्या भी बढ़ी है। ये नक्सली गुट आपस में ही लड़ भिड़ रहे है।
उन्होंने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों को विकसित करना हमारी प्राथमिकता है। देश में 75 हजार करोड़ रुपये की विकास योजनाएं ऐसे क्षेत्रों में चल रही हैं। आर्थिक विकास के जरिए हम लोगों के दुख दूर कर सकते हैं।
प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के बढ़ते अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में पाटिल ने कहा, "विचारों का आदान प्रदान अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किया जा सकता है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क बढ़ाना उचित नहीं है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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