दक्षिण एशिया मूल के ब्रिटिश लोगों को दिल के दौरे का खतरा अधिक
लंदन, 5 मई (आईएएनएस)। ब्रिटेन में रहने वाले दक्षिण एशियाई मूल के हर 10 में से सात व्यक्ति को एक्स-रे टेस्ट (एंजियोग्राफी) नहीं कराने के कारण दिल का दौरा पड़ने का खतरा रहता है।
नए अनुसंधान से यह पता चला है कि मलिन बस्तियों में रहने वाली महिलाएं और अधिक उम्र के लोग समुचित परीक्षण कराना नहीं चाहते हैं।
रविवार को ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार वे रोगी जो एक्स-रे (एंजियोग्राफी) परीक्षण नहीं कराते हैं दिल के रोगों से अधिक मरते हैं। इस तरह के लोग दिल के दौरे के कारण अस्पताल में अधिक भर्ती होते हैं।
इस अध्ययन में 1996 से 2002 के बीच इंग्लैंड के छह अस्पतालों के 10,000 रोगियों पर किए गए परीक्षण के बाद ये निष्कर्ष निकाले गए हैं।
एंजियोग्राफी के माध्यम से दिल के रोगों का पता दौरा पड़ने के पहले ही लगाया जा सकता है।
अनुसंधानकर्ताओं ने पाया कि 65 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुष तथा महिलाओं ने एंजियोग्राफी का कम प्रयोग किया। इसकी तुलना में श्वेत और 50 वर्ष के कम उम्र के व्यक्तियों ने एंजियोग्राफी के उपयोग में अधिक रुचि दिखाई।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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