लोकसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित (लीड)
नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। लोकसभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी ने मौजूदा सत्र की निर्धारित अवधि से चार दिन पहले ही आज दोपहर में सदन की कार्यवाही स्थगित करने की घोषणा कर दी।
दोपहर दो बजे के बाद सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई चटर्जी ने विशेषाधिकार समिति को भेजे गए 32 सांसदों के मामले पर पुनर्विचार करने की घोषणा की।
इसके बाद राष्ट्रीय जनता दल के सांसद देवेन्द्र प्रसाद यादव ने स्पीकर कक्ष में हुई बातों को सार्वजनिक किए जाने की मांग की। राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सदस्यों ने इसका विरोध किया और इसी बीच हंगामा शुरू हो गया।
हंगामा होते देख चटर्जी ने कहा, "चौदहवीं लोकसभा के तेरहवें सत्र का आज समापन हो रहा है।"
उल्लेखनीय है कि आगामी शुक्रवार को संसद की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित होनी थी।
लोकसभा अध्यक्ष ने बताया कि समाप्त हो रहे सत्र के दौरान वर्ष 2008-09 के लिए रेल बजट और आम बजट पारित हुआ।
इस दौरान लोकसभा की कुल 28 बैठकें हुई जिसमें विधायी कार्यो के तहत कुल 20 विधेयक पारित किए गए जबकि 17 विधेयक पेश किए गए।
आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में हुई भारी वृद्धि पर सदन में 6 घंटे और 52 मिनट की चर्चा हुई।
पूरे सत्र के दौरान कुल 560 तारांकित सवालों में मात्र 105 के ही जवाब सामने आए। प्रश्नकाल के तहत प्रतिदिन चार से भी कम सवाल पूछे गए।
संसद की विभिन्न स्थायी समितियों द्वारा बजट सत्र के दौरान कुल 62 रिपोर्ट प्रस्तुत किए गए। लोकमहत्व के 307 मामले उठाए गए जबकि नियम 377 के तहत सदस्यों ने कुल 298 मामले उठाए।
बजट सत्र के दौरान कुल 28 घंटे और 30 मिनट की संसदीय कार्यवाही बाधित हुई। इस व्यवधान की भरपाई करने के लिए 36 घंटे और 38 मिनट की अतिरिक्त बैठकें हुई।
इससे पहले, आज सुबह जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई राजग के सदस्य मुंह पर ऊंगली रखे सदन में पहुंचे और खामोश बैठे रहे। प्रख्यात गांधीवादी नेता निमला देशपांडे को संसद की श्रद्धांजलि देने के फौरन बाद ही लोकसभाध्यक्ष ने संसद की कार्यवाही दोपहर दो बजे तक स्थगित कर दी।
कार्यवाही स्थगित होने के बाद चटर्जी ने अपने कक्ष में सर्वदलीय बैठक बुलाई। बैठक में गैर मर्यादित आचरण के लिए 32 सांसदों के मामले को विशेषाधिकार समिति के हवाले किये जाने संबंधी मामले में गतिरोध थामने के बारे में विचार विमर्श हुआ।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।