चीन की बढ़ती पनडुब्बी क्षमता गंभीर मामला : एडमिरल मेहता
नई दिल्ली, 5 मई (आईएएनएस)। देश के निकटवर्ती इलाकों में परमाणु हथियारों से लैस चीनी पनडुब्बियों की बढ़ती तैनाती को भारत ने गंभीरता से लिया है।
भारतीय नौसेना अध्यक्ष एडमिरल सुरीश मेहता ने आज कहा कि परमाणु हथियारों से लैस चीन की पनडुब्बियों की बढ़ती संख्या गंभीर मसला है। उन्होंने यहां एक कार्यक्रम के दौरान कहा, "चीनी पनडुब्बियों की बढ़ती संख्या को गंभीरता से लिया जाएगा चाहे उनकी तैनाती कहीं भी हो।"
उन्होंने कहा कि परमाणु हथियारों से लैस पनडुब्बियों की मारक क्षमता बहुत ज्यादा होती है। उनकी तैनाती कहां हुई है, यह ज्यादा मायने नहीं रखता।
गौरतलब है कि चीनी नौसेना की पनडुब्बियों की गतिविधियां जासूसी सेटेलाइटों की पकड़ में नहीं आतीं।
रक्षा मंत्री ए. के. एंटोनी ने कहा, "मैं आश्वस्त करता हूं कि समुद्री तल अथवा इसकी सतह पर सुरक्षा से संबंधित किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है।"
इसी वर्ष फरवरी में अमेरिकी वैज्ञानिकों ने काफी मात्रा में सेटेलाइट से ली गई तस्वीरें जारी की थी। इन तस्वीरों से पहली बार पता चला था कि हैनान द्वीप पर चीनी नौसेना ने समूद्र के गर्भ में अपनी गतिविधियां तेज कर दी है और बड़े स्तर पर अत्याधुनिक पनडुब्बियों की तैनाती की जा रही है।
बहरहाल भारतीय नौसेना में युद्धपोतों की घटती संख्या के बारे में मेहता ने कहा, "23 पोतों का निर्माण कार्य जारी है। इनके तैयार हो जाने के बाद स्थिति सामान्य हो जाएगी।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।