बंगाली कहने पर मलेशियाई सिख समुदाय नाराज
कुआलालंपुर, 14 अप्रैल (आईएएनएस)। बंगाली कहने पर नाराज मलेशिया के एक सिख समूह ने रविवार को सरकारी कार्यक्रम का बहिष्कार किया।
मलेशिया के पेराक राज्य के प्रमुख कार्यकारी बेसार मोहम्मद निजार जमालुद्दीन ने बैसाखी और तमिल नव वर्ष के अवसर पर एक कार्यक्रम में सिखों को बंगाली कहा, जिससे मलेशिया के सिख समुदाय में रोष व्याप्त है।
मलेशियाई मीडिया के अनुसार अनेक पीढ़ियों से सिख अपने को बंगाली कहे जाने पर नाराज रहे हैं, विशेषकर जन साधारण द्वारा, जो इस विषय में ज्यादा नहीं जानते।
प्रमुख समाचार पत्र 'न्यू स्ट्रेट टाइम्स' का कहना है कि भारत में पंजाब की दूरी बंगाल से 1500 किलोमीटर से भी अधिक है।
अखबार कहता है कि मलेशिया में दशकों से सिखों को बंगाली कहा जा रहा है और इसकी कभी कोई वजह नहीं बताई गई।
उधर जमालुद्दीन ने समाचार पत्र को एक संदेश देकर अपनी गलती मानी है।
इस विषय पर पेराक राज्य के एक सिख संगठन, यूनाइटेड पेराक सिख ऑर्गेनाइजेशन के अध्यक्ष धीर सिंह कहते हैं, "आज हम इंटरनेट के जरिए सभी जानकारियां प्राप्त कर सकते हैं। सिख धर्म और सिख लोगों के बारे में अनेक वेबसाइटें हैं।
मुझे दुख है कि इस देश में डेढ़ सौ वर्षो से रहने के बाद भी मलेशियाई हमें बंगाली ही समझते हैं।"
एक अन्य मलेशियाई सिख हरभजन सिख का कहना है कि कम-से-कम राजनेताओं को तो बंगालियों और सिखों के बीच फर्क पता होना चाहिए।
धीर का कहना है कि अनेक मलेशियाई इस बारे में बेशक गलती करते हैं, लेकिन सच यह है कि दोनों समुदाय धर्म, संस्कृति और भाषाई तौर पर बिल्कुल अलग हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।