अमेरिका में आर्थिक संकट गहराने के आसार
वाशिंगटन, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। अमेरिका द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद आर्थिक संकट के सबसे कठिन दौर से गुजर रहा है। आवासीय क्षेत्र की कीमतों में गिरावट के बाद अर्थव्यवस्था में भारी उथल-पुथल मच गई है।
अमेरिका में 2001 में आई आर्थिक मंदी के बाद एक बार फिर मंदी की आशंका बढ़ गई है। दरअसल मकानों की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज किए जाने से आर्थिक संकट की स्थिति बन गई है।
इस संकट से उबरने की आशा केवल अमेरिकी मुद्रा डालर के अवमूल्यन पर टिकी हुई है। माना जा रहा है कि इससे निर्यात और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
कई आर्थिक विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका आर्थिक मंदी के दौर में प्रवेश कर चुका है। गौरतलब है कि अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के प्रमुख बेन बर्नाके ने भी आर्थिक मंदी की आशंका जताई थी।
वहीं दूसरी ओर अमेरिका के वित्त मंत्री हेनरी पॉलसन ने भी मकानों की कीमतों में आई गिरावट पर चिंता जाहिर की है। दरअसल पिछले कुछ दशकों में अमेरिका में घरों की कीमतों में भारी उछाल दर्ज किया गया था।
इन कीमतों में 2007 में अचानक गिरावट दर्ज की गई। घर खरीदने के बाद बैंकों को दी जाने वाली मासिक किश्तों में बढ़ोतरी होने से लोगों को बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ा। ऐसी स्थिति में बैंकों को ऋण चुकाना भी मुश्किल हो गया। इसके बाद से ही मकानों की कीमतों में गिरावट आ गई।
मकानों की कीमतों में गिरावट के साथ अमेरिका बेरोजगारी की मार भी झेल रहा है। कई निर्माण कंपनियां नौकरियों की संख्या घटा रही है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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