भारत आर्थिक प्रगति से एशिया की गरीबी दर गिरेगी
वाशिंगटन, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। पिछले एक दशक से जारी भारत की तेज आर्थिक प्रगति दक्षिण एशिया की गरीबी को घटाकर 2015 तक आधा करने के मिलेनियम डेवलपमेंट गोल्स (एमडीजी) को प्राप्त करने में सहायक हो सकती है।
वाशिंगटन, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। पिछले एक दशक से जारी भारत की तेज आर्थिक प्रगति दक्षिण एशिया की गरीबी को घटाकर 2015 तक आधा करने के मिलेनियम डेवलपमेंट गोल्स (एमडीजी) को प्राप्त करने में सहायक हो सकती है।
विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष की नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। मिलेनियम डेवलपमेंट गोल्स (एमडीजी) विकास के वे लक्ष्य हैं जिन पर वैश्विक सहमति है और उनको पूरा करने के लिए 2015 की समय सीमा तय की गई है।
इन विकास लक्ष्यों का उद्देश्य पूरी दुनिया और एशिया में गरीबों की संख्या में आधा कमी के साथ ही माता और शिशु मृत्यु दर में कमी, प्राथमिक शिक्षा में वृद्धि, पोषण में वृद्धि और सफाई की सुविधाओं को बढ़ाना है।
विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के अनुसार पूर्वी एशिया और प्रशांत क्षेत्रों में 1990 से 2004 के बीच गरीबी में भारी कमी हुई है। दक्षिण एशिया अगले दशक में गरीबी कम करने में योगदान दे सकता है।
दक्षिण एशिया में शिशु मृत्यु दर और कुपोषण की दर सबसे अधिक है। भारत में कुपोषण की दर अफ्रीका से करीब दुगुना है। अनाजों की बढ़ती हुई कीमत के कारण इसके और अधिक बढ़ने की आशंका है।
शिक्षा,स्वास्थ्य और स्वच्छ पेयजल सुविधाओं में सुधार के लिए भी एशियाई देशों को प्रयास करने की आवश्यकता है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
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