ब्रिटेन में आव्रजन कानून पर हाईकोर्ट के निर्णय का स्वागत
लंदन, 9 अप्रैल (आईएएनएस)। ब्रिटेन के मुख्य विपक्षी दल कंजरवेटिव पार्टी के गृह मामलों के प्रवक्ता डेविड डेविस ने 'उच्च कुशल प्रवासी कार्यक्रम' (एचएसएमपी) पर सरकार के नए प्रावधानों को गैरकानूनी ठहराने के हाईकोर्ट के फैसले का स्वागत किया है।
लंदन हाईक ोर्ट ने मंगलवार को एचएसएमपी के प्रावधानों में परिवर्तन को गैर कानूनी, पक्षपातपूर्ण और शक्ति का दुरूपयोग करार दिया था।
एचएसएमपी फोरम के अध्यक्ष अमित कपाड़िया ने कहा कि जिन लोगों को इस कानून के उपयोग द्वारा जबरदस्ती बाहर भेज दिया गया है उनको वापस बुलाया जाना चाहिए।
नए कानून के अनुसार 49,000 अप्रावासियों को जो एचएसएमपी वीजा के द्वारा 2004 से 2006 के बीच ब्रिटेन आए थे, उनको ब्रिटेन में रहने के लिए अपनी योग्यता फिर से सिद्ध करनी थी। जिनमें से अधिकांश भारतीय हैं ।
इन भारतीयों (करीब 44,000) को भय था कि नए कानून जिसके अनुसार 40,000 पाउंड की वार्षिक आय की सीमा निर्धारित की गई है वह उसे पूरा नहीं कर पाएंगे। लेकिन ब्रिटिश सरकार इस संख्या को गलत ठहरा रही है। उसका मानना है कि केवल 1300 अप्रवासी ही इससे प्रभावित होते।
हाईकोर्ट के जज सर जार्ज न्यूमैन के इस फैसले ने लेबर सरकार के अप्रवासी मामलों की नीति के समक्ष एक नई चुनौती खड़ी कर दी है। यद्यपि कंजरवेटिव पार्टी ने इस निर्णय का स्वागत किया है। जिसने गार्डन ब्राउन के जून 2007 में सत्ता में आने के बाद से ही अप्रवास को एक मुद्दा बना रखा है।
संभावना जताई जा रही है कि अप्रवास 2010 के आम चुनावों में सबसे बड़ा मुद्दा बनकर उभरेगा।
सरकार ने इस फैसले के खिलाफ अपील करने का निश्चय अभी नहीं किया है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।