अंतर्राष्ट्रीय एजेंसी भारत में मानवाधिकारों की स्थिति पर चिंतित
न्यूयार्क, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। न्यूयार्क के एक मानवाधिकार संगठन 'ह्यूमन राइट्स वाच' (एचआरडब्ल्यू) ने संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार परिषद (एचआरसी) से मांग की है कि वह भारत में सुरक्षा बलों द्वारा किए जाने वाले मानवाधिकार हनन को रोकने के लिए उचित कदम उठाए।
संगठन ने एचआरसी से कहा है कि वह भारत से मांग करे कि वह 'सशस्त्र सेना (विशेष अधिकार) कानून' को तुरंत समाप्त करे। संगठन का कहना है कि इस कानून की मदद से ही भारत के सशस्त्र बल बेखौफ होकर मानवाधिकारों और कानूनों का उल्लंघन कर रहे हैं।
गौरतलब है कि भारत के मानवाधिकार रिकार्ड की जिनेवा में 10 अप्रैल को होने वाली बैठक में पुनरीक्षा की जाएगी। संयुक्त राष्ट्र ने सदस्य देशों में मानवाधिकारों की स्थिति के आंकलन के लिए एक नयी प्रक्रिया की शुरुआत की है जिसे 'यूनिवर्सल पीरियोडिक रिव्यू' (यूपीआर) का नाम दिया गया है। इसके तहत बारी बारी से सभी सदस्य देशों में मानवाधिकारों की स्थिति की समीक्षा की जाएगी।
एचआरडब्ल्यू ने कहा, "जम्मू और कश्मीर, आसाम और मणिपुर जैसे राज्यों में भारतीय सुरक्षा बल अपनी कार्रवाइयों के दौरान मानवाधिकारों का हनन करते हैं। वे लोगों की हत्याओं, उनको पीड़ित करने और उनके अचानक गायब होने जैसी घटनाओं के लिए जिम्मेदार हैं।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।
*