पंचायती राज की स्थापना लोकतंत्र का महान प्रयोग : अंसारी
अस्ताना, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामीद अंसारी ने मंगलवार को कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में कहा कि भारत में गांवों को लोकतांत्रिक अधिकार प्रदान कराना दुनिया भर के किसी भी गणतंत्र में सबसे 'महान प्रयोग' रहा है।
अस्ताना, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। उपराष्ट्रपति मोहम्मद हामीद अंसारी ने मंगलवार को कजाकिस्तान की राजधानी अस्ताना में कहा कि भारत में गांवों को लोकतांत्रिक अधिकार प्रदान कराना दुनिया भर के किसी भी गणतंत्र में सबसे 'महान प्रयोग' रहा है।
मध्य एशियाई देशों की अपनी यात्रा के दौरान उपराष्ट्रपति ने कहा कि अस्सी के दशक में पंचायती राज की स्थापना इतिहास में किसी भी समय, किसी भी गणतंत्र में किया गया सबसे अनूठा प्रयोग है।
यहां के जन प्रशासन अकादमी को संबोधित करते हुए अंसारी ने कहा, "स्थानीय स्व-शासन के हमारे ढांचे में दो लाख चालीस हजार संस्थान हैं और ग्रामीण और शहरी परिषदों में 36 लाख से अधिक चुने गए नुमाइंदे हैं जिनमें से करीब दस लाख महिलाएं हैं।"
उन्होंने बताया कि यह शक्ति वितरण तब शुरू हुआ था जब भारत की विकास दर धीमी थी और राज्य का आर्थिक और राजनीतिक प्रशासन में असरकारी दखल नहीं था।
अंसारी के अनुसार आज इतिहास में पहली बार भारतीय अर्थव्यवस्था लगातार चौथे वर्ष नौ प्रतिशत की दर से विकास कर रही है, जबकि जन प्रशासन और जन योजनाएं सामाजिक और क्षेत्रीय तौर पर संतुलित बनाई गई हैं।
इन दिनों उपराष्ट्रपति मध्य एशियाई देशों की छह दिवसीय यात्रा पर हैं। उनकी यात्रा के दूसरे चरण में सोमवार को कजाकिस्तान और भारत के बीच ऊर्जा क्षेत्र में आपसी सहयोग की घोषणा की गई थी।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।