गरीबी उन्मूलन कार्यक्रमों के लिए प्रधानमंत्री सम्मानित होंगे
नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आईएएनएस)। संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार की गरीबी उन्मूलन संबंधी नीतियों व कार्यक्रमों के लिए प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को संयुक्त राष्ट्र के 'एग्रीकोला मेडल' से नवाजा जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र के 'खाद्य व कृषि संगठन' (एफएओ) की ओर दिए जाने वाले इस पुरस्कार को भारत में पहली बार आयोजित हो रहे 'ग्लोबल एग्रो इंडस्ट्रीज फोरम 2008' (जीएआईएफ-2008) कार्यक्रम के दौरान प्रदान किया जाएगा।
लगभग 100 देशों के 500 से भी अधिक प्रतिनिधियों की उपस्थिति में एफएओ के महासचिव जैक्स डिओफ प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को यह सम्मान भेंट करेंगे।
कृषि मंत्रालय के सचिव पी. के. मिश्रा ने बताया कि प्रधानमंत्री को यह पुरस्कार संप्रग सरकार की गरीबी व भूख उन्मूलन संबंधी नीतियों व कार्यक्रमों के बेहतर क्रियान्वयन के लिए दिया जा रहा है।
संप्रग सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं में राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून सबसे महत्वपूर्ण है। इस कार्यक्रम के तहत देश के सभी 604 जिलों में बेरोजगारों को सौ दिनों का रोजगार दिया जाता है।
जीएआईएफ-2008 का आयोजन केंद्रीय कृषि, वाणिज्य व उद्योग और खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है। एफएओ, संयुक्त राष्ट्र औद्योगिक विकास संगठन और इंटरनेशनल फंड फॉर एग्रीकल्चर डेवलपमेंट इस कार्यक्रम के सह-प्रायोजक हैं।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी प्रतिनिधि गरीबी उन्मूलन संबंधी प्रतिस्पर्धात्मक और विकासात्मक कार्यक्रमों के क्रियान्वयन को और भी प्रभावी बनाने के लिए रणनीति बनायेंगे ताकि आर्थिक प्रगति के साथ गरीबी उन्मूलन की दिशा में बेहतर योगदान दिया जा सके।
अमेरीका, ब्रिटेन, चीन, जर्मनी, फ्रांस, इटली, बांग्लादेश, अफगानिस्तान, हंगरी, म्यांमार, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, थाईलैंड, पाकिस्तान और गुयाना के प्रतिनिधि इस कार्यक्रम में शिकरत करेंगे।
केंद्रीय कृषि मंत्री शरद पवार इस कार्यक्रम का औपचारिक उद्घाटन करेंगे जबकि खाद्य व प्रसंस्करण मंत्री सुबोध कांत सहाय इस कार्यक्रम के समापन अवसर के मुख्य अतिथि होंगे।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।