सरकारी प्रयास के बावजूद उड़ीसा में बकरों की सामूहिक बलि
भुवनेश्वर, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। उड़ीसा के भद्रक जिले के रामेश्वरम गांव के 'रक्षाकाली' मंदिर में सरकार के प्रयासों के बावजूद हजारों ग्रामीणों ने एकत्र होकर करीब 600 बकरों की बलि दी।
भद्रक के पुलिस अधीक्षक आर.एन.पात्रा ने आईएएनएस को बताया,"हमने ग्रामीणों को कई बार बलि रोकने के लिए समझाया लेकिन वह नहीं माने। मंदिर में पिछले 400 सालों से बलि का कार्यक्रम चल रहा है और हम इसे केवल कानून व्यवस्था को बनाए रखने के आधार पर रोक नहीं सकते।"
प्रतिवर्ष चैत्र अमावस्या के अवसर पर देवी 'रक्षाकाली' के मंदिर में विपत्तियों से रक्षा के लिए बकरों की बलि दी जाती है।
सदियों पुरानी इस प्रथा के अनुसार श्रद्धालु रक्षाकाली मंदिर प्रबंध समिति में अपना नाम दर्ज कराते हैं और अपनी इच्छा से बलि के लिए शुल्क प्रदान करते हैं। इसके आलावा लोग अपना नाम दर्ज करा कर स्वंय भी जानवारों की बलि दे सकते हैं।
पशुओं के अधिकार के लिए कार्यरत संगठन और प्रशासन ग्रामीणों को इस प्रथा को रोकने के लिए समझाने की कोशिश कर रहे हैं।
लेकिन रक्षाकाली मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य परीक्षित बारीक ने कहा, "हम देवी रक्षाकाली के सामने जानवरों की बलि आपदाओं से रक्षा के लिए देते हैं। सदियों पुरानी इस प्रथा को रोकना दुर्भाग्य को निमंत्रण देना है।"
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।