विशेषज्ञों ने कहा, इराक की हालत बदतर
वाशिंगटन, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। रविवार को जारी एक नई रिपोर्ट में अमेरिकी विशेषज्ञों के एक दल ने इराक की भयावह तस्वीर पेश की है।
अमेरिका के 'इंस्टीट्यूट ऑफ पीस' ने कहा है कि इराक में राजनीतिक पुनर्गठन बेहद धीमा और सतही हालत में है और उसका सामाजिक और राजनीतिक ताना-बाना भी इतना महीन है कि अमेरिका अभी उसे छोड़ कर नहीं जा सकता।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इराक में राजनीतिक हालात पुख्ता होने में पांच से दस वर्ष का समय लग सकता है।
इस रिपोर्ट में अमेरिका को इराक में सेना की संख्या कम करने के कुछ सुझाव भी दिए गए हैं।
पहले विकल्प में कहा गया है कि वाशिंगटन को इराकियों के लिए कुछ राजनीतिक लक्ष्य निर्धारित कर देना चाहिए जिससे सरकार का विकेंद्रीकरण किया जा सके।
इसके अनुसार भारी संख्या में अमेरिकी सैनिकों के वहां मौजूद रहने के बजाय सरकार को समर्थन और सुरक्षाबलों को प्रशिक्षित करना चाहिए।
दूसरे विकल्प में इराक से बिना शर्त सेना हटा कर उसके बाहर अपनी सुरक्षा का दायरा बढ़ाना चाहिए जिसमें इराकी सरकार को समर्थन भी दिया जाए।
रिपोर्ट में हालांकि कहा गया है कि इराक से बिना शर्त निकल जाना खतरनाक हो सकता है क्योंकि उसके बाद वहां व्यापक अव्यवस्था और नरसंहार के हालात बन सकते हैं जिसके बाद अमेरिका को फिर से दखल देना पड़ेगा।
गौरतलब है कि यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है जब इस सप्ताह कैपिटल हिल में इराक में अमेरिकी सेना प्रमुख डेविड प्रिटेयस और अमेरिका के राजदूत रायन क्रॉकर को इराक के मौजूदा हालात पर गवाही देनी है।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।