केरल में चिकनगुनिया जलवायु बदलाव के कारण : डब्लूएचओ
नई दिल्ली, 7 अप्रैल (आईएएनएस)। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) ने आज कहा कि केरल में चिकनगुनिया होने का मुख्य कारण जलवायु बदलाव है।
संगठन के क्षेत्रीय उप निदेशक (दक्षिण पूर्व एशिया) पूनम क्षेत्रपाल सिंह ने विश्व स्वास्थ्य दिवस के मौके पर कहा, "हां, केरल में 2006-07 के दौरान चिकनगुनिया होने के मुख्य कारणों में से एक जलवायु बदलाव है।"
उन्होंने बताया, "चिकनगुनिया, डेंगू और मलेरिया होने का मुख्य कारण ग्लोबल वार्मिग है।" सिंह के मुताबिक इस कारण यह रोग अब अधिक से अधिक लोगों और नए क्षेत्रों को अपनी चपेट में ले रहा है।
डब्लूएचओ दक्षिण पूर्व एशिया के निदेशक (संक्रामक रोगों) जय. पी. नारायण ने कहा, "इस रोग के फैलने के कई और कारण हैं पर जलवायु बदलाव को इसका मुख्य कारण मानने से इंकार नहीं किया जा सकता।"
गौरतलब है कि बीते दो सालों में इस तटीय राज्य में 100 से अधिक लोगों की चिकनगुनिया से मौत हो चुकी है, जबकि एक लाख से अधिक लोग मच्छरजनित रोगों की चपेट में आ चुके हैं।
इंडो-एशियन न्यूज सर्विस।