किसानों को अधिक ढाचांगत सुविधाएं दी जाएं..ए आे एफ जी
नयी दिल्ली 24 फरवरी.वार्ता. देश के पिछडे क्षेत्रों में किसानों के उत्थान के लिये कार्यरत 30 गैर सरकारी संगठनों के समूह .एग्रीकल्चर एंड आर्गेनिक फामिग ग्रुप.इंडिया.ए आे एफ जी. ने किसानों को अधिक ढांचागत सुविधाएं देने तथा सहकारी संस्थाओं तक उनकी पहुंच बनाने की मांग की है
ए आे एफ जी इंडिया के अध्यक्ष डा. ई एम कोषी ने कल यहां योजना आयोग द्वारा प्रायोजित एक संगोष्ठी ..कारपोरेट सोशल रेसपोंसिबिलिटी एंड पब्लिक प्राइवेट पार्टनर शिप .. में कहा कि यदि देश के किसानों को बुनियादी सुविधाएं दी जाए और उन्हें अपनी फसलों के भंडारण ् रखरखाव तथा बाजार तक पहुंचाने की अच्छी सुविधाएं प्रदान की जाए तो उन्हें काफी हद तक आर्थिक नुकसान से बचाया जा सकता है1 इस कार्यक्रम का आयोजन रोटेरी इन्टरनेशनल और इसी संगठन ने किया था
उन्होंने कहा कि देश के कई पिछडे क्षेत्रों में किसान बहुत मेहनत करके फसल उगाते है लेकिन बिचौलिए और ठेकेदार उनसे कम दामों मेंफसल खरीद कर बाजार में अधिक दामों में बेचकर मुनाफा कमा रहे है1 इसकी वजह से किसानों को फसल की लागत भी नहीं मिल रही है और वे कर्ज के जाल में उलते जाते है1 इसे देखते हुये सरकार को इन बिचौलियों की भूमिका सीमित करके उनके उत्पाद खुद खरीदने चाहिये
श्री कोषी ने कहा कि देशके जिन क्षेत्रों में किसानों की आत्महत्याओं की घटनाएं ज्यादा सामने आ रही है वहां स्थानीय प्रशासन और किसानों के बीच समन्वय की कमी है क्योंकि मात्र दो प्रतिशत किसान ही बैंकिग सुविधाओं का लाभ ले रहे है और अन्य किसान साहूकारों तथा महाजनों के जाल में फंस रहे है1 सरकार को उनकी समस्याओं को देखते सहकारी सेक्टर पर ज्यादा ध्यान देना होगा
उन्होंने कहा कि किसानों तथा समाज के पिछडे तबकों के उत्थान के लिये कारपोरेट जगत को आगे आना चाहिये तथा पब्लिक .प्राइवेट सहभागिता बढानी चाहिये
इस मौके पर योजना आयोग के सलाहकार डा. वी वी सदामते ने कहा कि इस दिशा में कारपोरेट सेक्टर को अच्छी पहल करनी चाहिये और पब्लिक .प्राइवेट सहभागिता क्षेत्र में अच्छी संभावनाएं है
उन्होंने कहा कि 11 वीं पंचवर्षीय योजना में पहले की योजनाओं के मुकाबले कृष िक्षेत्र को अधिक प्राथमिकता दी गई है और सरकार हर राज्य में जिला स्तर पर कृष िविज्ञान केन्द्रों की स्थापना पर ज्यादा ध्यान दे रही है
जितेन्द्र.शिव.प्रभु 1238वार्ता