श्रम सुधार आम सहमति से होने चाहिए .. मोंटेक
नई दिल्ली 20 फरवरी.वार्ता. योजना आयोग के उपाध्यक्ष मोंटेक सिंह अहलुवालिया ने आज कहा कि आथिक वृद्धि की दर ऊंची बनी रहे तो श्रम कानून में सुधार के बिना भी रोजगार बढ सकता है लेकिन श्रम सुधार से रोजगार सृजन में तेजी आएगी
श्री अहलुवालिया ने कहा कि श्रम कानूनों को लचीला बनाने का काम सबको साथ लेकर किया जाना चाहिए 1 वह कल शाम राजधानी में उदारीकरण और भारत में श्रम बाजार की स्थिति पर एक पुस्तक विमोचन समारोह को संबोधित कर रहे थे1 यह पुस्तक कनाडा के टोरंटो विश्वविद्यालय के मुंक अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के वरिष्ठ अनुसंधानकर्ता डा दीपक मजूमदार और दिल्ली के मानव विकास संस्थान के फेलो डा संदीप सरकार ने लिखी है1 इसका प्रकाशन कनाडा के इंटरनेशनल डेवलपमेंट रिसर्च सेंटर. आईडीआरसी . ने किया है1 श्री अहलुवालिया ने कहा कि चीन में 70 प्रतिशत मजदूरी उत्पादकता से जुडी है जबकि भारत में यह 20 प्रतिशत है1 इसी लिए बाजार में चीन मजबूत पडता है1 उन्होंने कहा कि श्रम कानूनों में सुधार से रोजगार की संभावनाएं जरूर बढेंगी पर इस विषय में राजनीतिक आम सहमति बनायी जानी चाहिए और लोगों को इसमें फायदा दिखना चाहिए1 योजना आयोग के उपाध्यक्ष ने कहा कि उच्च शिक्षा पर जोर देने के साथ साथ ढांचागत सुविधाओं के विकास और वर्तमान श्रमिकों को हल्की फुल्की उपयोगी ट्रेनिंग दे कर उनकी रोजगार योग्य क्षमता बढाना भी बडे महत्व का है 1 उन्होंने कहा कि इस समय बेरोजगारी दर आठ प्रतिशत और गरीब अनुपात 28 प्रतिशत है इससे लगता है कि लोगों की वास्तविक मजदूरी नहीं बढ रही है1 श्री अहलुवालिया ने कहा कि तेजी से बढती अर्थव्यवस्था में पढे लिखे लोगों की ऊंची रहती है1 रोजगार न मिलने से युवकों में निराशा फैलती तथा गरीब और अमीर के जीवन स्तर में बडे फर्क से समाजिक तनाव पैदा होता है1 मनोहर/शिशिर.राणा 1620वार्ता