विश्व व्यापार वार्ता मंजिल के करीब भी और दूर भी .कमलनाथ
नयी दिल्ली 07 फरवरी.वार्ता. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री कमलनाथ ने कहा है कि विश्व व्यापार व्यवस्था को और खुली तथा उदार बनाने की बातचीत समौते की आेर बढती नजर आ रही है पर विकसित देशों ने सदाशयता और बडप्पन न दिखाया तो बात बिगड भी सकती है
आज यहां जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि श्री कमलनाथ ने दोहा दौर की बातचीत पर अपने विचार प्रकट करते हुए कहा है कि व्यापार वार्ताएं इस समय एक नाजुक दौर से गुजर रही हैं1 इससे उम्मीद बंधी है कि इस वर्ष के अंत तक समौता हो जाएगा पर अब तक वैश्वीकरण से फायदे में रहे देशों ने सदाशयता और बडप्पन का परिचय न दिया तो बातचीत बिखर भी सकती है
श्री कमलनाथ की राय में लंबे गतिरोध के बाद फरवरी 2007 में फिर शुरू हुई दोहा दौर की बातचीत में कृष िव्यापार के बारे में काफी प्रगति हुई है1 पर अब भी बाजार मेंगडबडी पैदा करनी वाली सम्पूर्ण सब्सिडी में कटौती. कृष िक्षेत्र को विभिन्न वगो के अंतरगत उत्पाद विशेष पर दी जाने वाली सरकारी सहायता तथा विकासशील देशों के किसानों के हितों की रक्षा के संबंध में प्रस्तावित विशिष्ट उपायों का समाधान नहीं हो सका है क्यों कि विकसित देशों ने अभी इस बारे में कोई स्पष्ट वचन नहीं दिया है1 श्री कमलनाथ ने उम्मीद जाहिर की है कि कृष िसमौते के बारे में आने वाला नया मासौदा वार्ता के दारौन हुई सहमति को सही प्रकार से परिलक्षित करने वाला होगा1 यह मसौदा जिनेवा में अब किसी भी समय जारी किया जा सकता है
श्री कमलनाथ ने गैर कृष िउत्पादों .विनिर्मित वस्तु. के बाजार के बारे मेंजारी मसौदे के असंतुलित बताते हुए कहा गया है कि यह विकसित देशों की महत्वाकांक्षाओं को संतुष्ट करने वाला है और इसमें विकासशील देशों की बातकीउपेक्षा की गयी है1 मनोहर नीलिमा जगबीर1814वार्ता