कलाम ने अमरीका मेंपरमाणु करार से अलग हट कर शांति का पाठ पढाया
....दि 16 के दूसरे पैरा की प्रथम पंक्ति में कुछ शब्द हटाते हुये..वाशिंगटन.17 अक्टूबर. वार्ता. पूर्व राष्ट्रपति डा.एपीजे. अब्दुल कलाम ने अपनी वर्तमान अमरीका यात्रा के दौरान परमाणु करार को लेकर दोनों देशों के रिश्तों में चल रही उथलपुथल से परे हट कर दुनिया को बचाने के लिये अहिंसा और शांति दर्शन का पाठ पढाया है1 उन्होंने कहा ..हिंसा और आतंकवाद से जू रही दुनिया को अहिंसा और शांति दर्शन से ही बचाया जा सकता है 1.. डा. कलाम इन दिनों अमरीका यात्रा पर हैं1 डा. कलाम कल रात यहां जे.एस.एस. मिशन के स्थापना दिवस पर बोल रहे थे 1 डा. कलाम अपने भाषण में दोनों देशों मेंइन दिनों परमाणु करार को लेकर चल रही विचारोतेजक बहस से दूर रहे 1 उन्होंने धर्म को अध्यात्म और समाज सेवा से जोडे जाने की वकालत करते हुये दुनिया में एक अभिनव क्रांति की जरुरत बतायी1 उन्होंने कहा कि अध्यात्म और विग्यान एक दूसरे के विराधी नहीं बल्कि पूरक हैं 1 उन्होंने कहा धर्म जोडना सिखाता है तोडना नहीं 1 धर्म मेंहिंसा . भय और घृणा की कोयी जगह नहीं
इस अवसर पर युवाचार्य लोकेश मुनि जगदगुरु शिवराति्र देशी केन्द्र श्र्रुतप्रग्य स्वामी जी मौजूद थे
इस अवसर पर भारत के पूर्व राष्ट्र्रपति डा. कलाम ने युवाचार्य श्री लोकेश द्वारा कन्या भु्रण हत्या पर लिखित ज्यन बोर्न कर्स जे.एस.एस. मिशन द्वारा प्रकाशित ग्रंथ शून्य संपादन के पांच खण्ड तथा श्रुतप्रग्य स्वामी द्वारा लिखित ग्रंथ होम इज इट सेल्फ हेवन का लोकार्पण भी किया1 समारोह में अमरीका में भारत के राजदूत श्री रोनिन सेन. गवर्नर मार्टिन आेमलै तथा अमरीका सिनेट के अनेक सदस्य मौजूद थे
शोभना.समरेन्द्र.राणा 184
जारी.वार्ता