भारत में राजनीतिक अनिश्चितता से विकास पर असर संभव..रिपोर्ट
नयी दिल्ली 17 अक्तूबर. वार्ता. साख निर्धारण करने वाली वैश्विक फर्म स्टैंडर्ड ऐंड पुअर. एस ऐंड पी. का मानना है कि भारत में राजनीतिक अनिश्चितता एवं सुधारों में विलंब से निवेशकों का विश्वास डगमगा सकता है तथा अल्प अवधि में विकास की संभावनाएं क्षीण हो सकती हैं
एस ऐंड पी की आज जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि मध्यावधि में विकास की संभावनाआें पर कोई असर नहीं पडेगा क्योंकि पिछले दशक में सरकार बदलने से अर्थव्यवस्था का आगे बढना नहीं का1 एस ऐंड पी ने हाल की एक अन्य रिपोर्ट में कहा था कि उसे भारत की आर्थिक विकास दर 2007 और 2008 में क्रमश 9.0 और 8.8 प्रतिशत रहने की उम्मीद है
एस ऐंड पी ने कहा कि हालांकि मुद्रास्फीति कम हुई है लेकिन कीमतों के दबाव के फिर से उभर कर सामने आने का अंदेशा है1 रिपोर्ट में कहा गया है कि मुद्रास्फीति का जोखिम बना हुआ है1 रिजर्व बैंक अत्यधिक नगदी की समस्या से अभी भी जू रहा है. कच्चे तेल के दाम बहुत ऊंचे बने हुए हैं तथा स्थानीय जिन्सों की कीमतें बढ रही हैं1 ऐसे में मुद्रास्फीति के इस साल पांच प्रतिशत से नीचे का लक्ष्य खतरे में पड सकता है
रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार का मध्यावधि में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 2007..08 तक जीडीपी के 3.3 प्रतिशत तथा 2007..08 तक तीन प्रतिशत लाने का लक्ष्य कायम रहेगा1 पिछले वित्त वर्ष में यह घाटा जीडीपी के 3.8 प्रतिशत के लक्ष्य की तुलना में 3.5 प्रतिशत था
कैलाश जगबीर1852 वार्ता