रिटेल सेक्टर में 2030 तक भारत में पैदा होगीं 2.5 करोड़ नई नौकरियां: रिपोर्ट
नई दिल्ली। नैसकॉम की हालिया रिपोर्ट के अनुसार,भारत का खुदरा बाजार वित्तीय वर्ष 2030 तक 1.5 खरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। जो घरेलू बाजार के आकार, रोजगार सृजन और निर्यात में उल्लेखनीय वृद्धि करेगा। जिसके चलते भारतीय रिटेल सेक्टर में 2030 तक 2.5 करोड़ नए रोजगार पैदा होने की संभावना है। यह ऑफलाइन और ऑनलाइन मॉडल के साथ कुल खुदरा रोजगार के लगभग 50 प्रतिशत के बराबर होगा।
खुदरा 4.0 घरेलू बाजार के आकार, रोजगार सृजन और निर्यात में तेजी से ग्रोथ दर्ज करेगा। बदलती मांग और सप्लाई ड्राइवर्स के विकास की गति को तेज करने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत का खुदरा बाजार वित्तीय वर्ष 2030 तक 1.5 खरब डॉलर तक पहुंच जाएगा। भारतीय खुदरा बाजार में पिछले दशक में 3X की भारी वृद्धि देखी गई है। खुदरा क्षेत्र ने 2019-20 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग 10 प्रतिशत और 35 मिलियन से अधिक कर्मचारियों के साथ कुल कार्यबल में 8 प्रतिशत का योगदान दिया।
नीति आयोग के सीईओ अमिताभ कांत ने एक बयान में कहा, "खुदरा क्षेत्र जीडीपी में दोहरे अंकों के योगदान और वित्त वर्ष 2020 में लगभग 3.5 करोड़ व्यक्तियों को रोजगार देने के साथ देश की अर्थव्यवस्था के लिए विकास इंजनों में से एक है। ऑफलाइन प्लस ऑनलाइन मॉडल 2030 तक 125 अरब डॉलर मूल्य के निर्यात और कुल खुदरा कर योगदान के 37 प्रतिशत के लिए लगभग 8 अरब डॉलर जीएसटी अंशदान जीएसटी योगदान के लिए सक्षम करेगा।
कोरोना महामारी हमारी अर्थव्यवस्था के लचीलापन और अनुकूलन क्षमता का एक लिटमस परीक्षण रहा है। इस दौरान भारतीय खुदरा क्षेत्र डिजिटल माध्यम से काफी संचाचिल किया गया। जो काफी हद तक सफल रहा। नैसकॉम की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑनलाइन और ऑफलाइन मॉडल अगले 10 सालों में 125 अरब डॉलर के रीटेल एक्सपोर्ट्स और 8 अरब डॉलर की इंक्रीमेंटल जीएसटी कंट्रीब्यूशन को बढ़ावा देगा।
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