Fact Check: पूरी संपत्ति देकर कोरोना से भारत को बचाने वाले रतन टाटा के वायरल पोस्ट का जानें सच
नई दिल्ली, मई 26: आज के वक्त में सोशल मीडिया खबरों का सबसे आसान तरीका है, लेकिन अब यह अफवाहों और फेक न्यूज का अड्डा भी बनता जा रहा है। रोजाना यहां कोई ना कोई झूठी खबर फैलाई जाती है, जिस पर लोग भी आंख मूंदकर विश्वास कर लेते और उसे आगे फोरवर्ड कर देते हैं। ऐसी एक खबर इन दिनों सोशल मीडिया पर तैर रही है, जिसमें दावा किया गया है कि देश के बड़े उद्योगपति रतन टाटा भारत को कोरोना से मुक्त बनाने के लिए अपनी पूरी संपत्ति को खर्च करने के लिए तैयार हैं, जिसकी सच्चाई कुछ और है।
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दरअसल, यह पोस्ट उस वक्त वायरल हुआ है, जब रतन टाटा ने अपनी कंपनी टाटा स्टील में नौकरी करने वाले कर्मचारियों के लिए बड़ा ऐलान किया है, जिसमें बताया गया कि कोरोना से मौत के बाद भी उस कर्मचारी की सैलेरी नहीं रुकेगी। वहीं इससे पहले भी रतन टाटा पिछले साल देश की सरकार का साथ देते हुए कोरोना की लड़ाई में 1500 करोड़ रुपए दान किए थे। वहीं कोरोना की दूसरी लहर में भी ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए सामने आए थे, लेकिन उन्होंने कभी देश को कोरोना मुक्त बनाने के लिए अपनी पूरी संपत्ति देने की इच्छा नहीं जताई है। सोशल मीडिया पर वायरल हुआ पोस्ट पूरी तरह से फेक है।
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विश्वास न्यूज के फैक्ट में पाया गया कि पोस्ट में वायरल हो रहा बयान सही नहीं है। यह फोटो फेसबुक यूजर पीयूष यादव की प्रोफाइल से शेयर किया है, जो अपनी प्रोफाइल के मुताबिक ग्राफिक डिजाइनर और मोटिवेश्नल स्पीकर है। वहीं इसके अलावा जब मीडिया रिपोर्ट पर नजर डाली और टाटा ग्रुप के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट चेक किए गए तो कोई भी इस तरह का बयान नहीं मिला, जिससे यह साफ होता है कि वायरल पोस्ट पूरी तरह से फेक हैं।
Fact Check
दावा
दावा किया जा रहा है कि रतन टाटा ने कोरोना की जंग में अपनी पूरी संपत्ति खर्च करने की बात कही है।
नतीजा
सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट पूरी तरह से फेक है।