Fact Check: क्या देश में सभी 100 करोड़ वैक्सीन डोज मुफ्त में दिए गए हैं, जानिए क्या है सच
Fact Check: क्या देश में सभी 100 करोड़ वैक्सीन डोज मुफ्त में दिए गए हैं, जानिए क्या है सच
नई दिल्ली,24 अक्टूबर: प्रधाननमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (22 अक्टूबर) को राष्ट्र को संबोधित करते हुए देश के नागरिकों को 100 करोड़ कोविड-19 वैक्सीन खुराक देने की भारत की बड़ी उपलब्धि के बारे में बताया। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि ये वैक्सीन देश में मुफ्त में दी गई है। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने अपने नागरिकों को बिना कोई पैसा लिए 100 करोड़ वैक्सीन डोज मुफ्त में दी है।" हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी का ये बयान सटीक नहीं है क्योंकि देश में निजी केंद्रों में भी वैक्सीनेट किया गया है और इसके लिए लोगों ने भुगतान किया था।
द क्विंट में छपी रिपोर्ट के मुताबिक मार्च से ही जब भारत ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए टीकाकरण का अपना दूसरा चरण शुरू किया था तो सरकार ने कहा था कि जो लोग निजी अस्पतालों में वैक्सीन लगवाने जाएंगे उन्हें उसका भुगतान करना होगा। मई में जब नई टीकाकरण नीति की घोषणा के बाद यह भगुतान राशि काफी बढ़ गई थी, जिसमें राज्यों और निजी अस्पतालों को सीधे निर्माताओं से टीके खरीदने की अनुमति दी गई थी और इन अस्पतालों में शॉट्स की लागत भी बढ़ी थी।
आखिरकार केंद्र सरकार ने जून 2021 में ( कोरोना की दूसरी लहर के तुरंत बाद) अपनी वैक्सीन नीति में एक और बदलाव की थी। जिसमें कहा गया कि 75 प्रतिशत टीकाकरण केंद्र के तहत मुफ्त और 25 प्रतिशत निजी अस्पतालों द्वारा खरीदा जाएगा। जिसका वैक्सीन लगवाने वालों क भुगतान करना होगा।
वैक्सीन को लेकर सरकार ने कब-कब क्या घोषणा की?
7 जून 2021 को केंद्र सरकार ने घोषणा की थी कि कोरोना टीकाकरण अभियान के तहत केंद्र द्वारा 75 प्रतिशत टीकों की खरीद की जाएगी और निजी क्षेत्र 25 प्रतिशत टीकों की खरीद जारी रख सकते हैं। निजी क्षेत्र द्वारा खरीदे गए टीकों के लिए शुल्क 150 रुपये प्रति खुराक था। भारत में कोविशील्ड की कीमत 780 रुपये है, कोवैक्सिन 1,410 रुपये और स्पुतनिक वी 1,145 रुपये है।
उसके बाद 21 जून को घोषणा की गई कि केंद्र सरकार सभी के लिए मुफ्त टीकाकरण करेगा। इससे पहले, 18-45 वर्ष के बीच के लोगों को टीकाकरण के लिए भुगतान करना पड़ता था जबकि 45 वर्ष से ऊपर के लोगों के लिए यह निःशुल्क था।
इसका मतलब यह है कि सरकार ने वास्तव में अपनी टीकाकरण नीति में बदलाव किए और मुफ्त टीकाकरण की घोषणा की। लेकिन यह कहना भ्रामक है कि सभी 100 करोड़ खुराक मुफ्त में दी गईं क्योंकि इन खुराक में 21 जून से पहले दी गई खुराक शामिल होगी, जो सभी के लिए मुफ्त नहीं थी। इसके अलावा इन 100 करोड़ वैक्सीन डोज में 21 जून के बाद निजी केंद्रों द्वारा दिए गए टीके भी शामिल होंगे।
Fact Check
दावा
देश में 100 करोड़ वैक्सीन डोज मुफ्त में दिए गए हैं।
नतीजा
नहीं, देश में 100 करोड़ वैक्सीन डोज मुफ्त में नहीं दिए गए हैं। निजी केंद्रों में भी वैक्सीनेट किया गया था, जिसके लिए लोगों ने भगुतान किया है।