आइए जानते हैं लोकसभा चुनाव में भाजपा के सितारे क्या कहते हैं?
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी की स्थापना 6 अप्रैल 1980 को हुयी थी। यह पार्टी जाति, धर्म व समुदाय को विशेष महत्व न देकर देश का विकास एंव राष्ट्र धर्म का पालन करना इसकी प्रमुखता में शामिल है। किसी भी परिवार या पार्टी के अधिकतर सदस्य जब बौद्धिक होते है, तो वहाॅ पर वैचारिक असमानता दिखना लाजमी होता है। फिर भी समय के साथ-साथ भाजपा निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। भाजपा 6 अप्रैल 2019 को अपने 39 वर्ष पूरे करके 40 वर्ष में प्रवेश करेगी। इस मौके पर ज्योतिषीय आकलन के आधार पर आइये जानते है कि लोकसभा चुनाव 2019 में भाजपा का प्रदर्शन कैसा होगा ?
भाजपा का जन्म 06 अप्रैल 1980 को सुबह 11ः40 मिनट पर दिल्ली में हुआ था। उस समय क्षितिज पर मिथनु लग्न उदित हो रही थी। लग्न का स्वामी बुध चतुर्थेश होकर भाग्य भाव में केतु के साथ बैठा है। वर्तमान में आपकी चन्द्रमा की दशा में मंगल की अन्तर दशा मार्च सन् 2019 से प्रारम्भ हो रही है। चन्द्रमा द्वितीयेश होकर छठें भाव में नीच का होकर बैठा है। छठा भाव विरोधी व शत्रुओं का कारक होता है। इस स्थान पर चन्दमा के बैठने से विरोधी परास्त होते है एवं शत्रुओं को मुॅह के बल गिरना पड़ता है। मंगल षठेश व लाभेश होकर तृतीय भाव में बैठा है। तृतीय भाव पराक्रम व साहस का होता है। मंगल से सेनापति भी होता है, राजनीति में मंगल भी विशेष भूमिका निभाता है।
भाजपा के सेनापति मोदी है। मोदी की कुण्डली में भी मंगल की स्थिति बहुत अच्छी है। भाजपा की कुण्डली में चन्द्रमा वृश्चिक राशि में है और मोदी की भी कुण्डली में चन्द्रमा वृश्चिक राशि में है। दिल्ली की मीन राशि है एंव भाजपा की धनु राशि है। इन दोनों राशियों का स्वामी गुरू है। इस बार 17 वीं लोकसभा के चुनाव होनें है और मोदी का बर्थ डेट भी 17 सितम्बर है। अतः यह कहा जा सकता है कि मोदी फिर से भाजपा के सेनापति बनकर चुनावी युद्ध में भाजपा को लगभग 278 सीटें दिलाकर विजय श्री दिलायेंगे।
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