Weather: नौतपा 25 मई से, पड़ेगी भीषण गर्मी, बारिश के भी आसार
नई दिल्ली। वैशाख माह में सूर्यदेव जहां अपने भीषण तेज से पृथ्वी को झुलसा देते हैं, वहीं ज्येष्ठ माह इस ताप को और बढ़ा देता है। ज्येष्ठ माह में आने वाले नौ दिन यानी नौतपा से तो सभी परिचित हैं ही, ये वहीं नौ दिन होते हैं जब लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ता है। इस वर्ष 25 मई को सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने के साथ ही नौतपा प्रारंभ हो जाएगा। नौतपा वर्ष के वे 9 दिन होते हैं जब सूर्य पृथ्वी के सबसे निकट आ जाता है, इस कारण भीषण गर्मी पड़ती है। इस बार यह 25 मई से 3 जून तक रहेगा। इस दौरान जनता भीषण गर्मी से त्रस्त रहेगी। आसमान में काले बादल छाएंगे और देश के पश्चिमी और दक्षिणी राज्यों में बारिश भी हो सकती है।
सूर्य 25 मई से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा
सूर्य 25 मई 2019 शनिवार को रात 8 बजकर 26 मिनट से रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। ज्येष्ठ माह में सूर्य के वृषभ राशि के 10 अंश से लेकर 23 अंश 40 कला तक को नौतपा कहा जाता है। वैसे तो यह समयावधि 15 दिवस की होती है, क्योंकि सूर्य 15 दिनों तक रोहिणी नक्षत्र में भ्रमण करता है, लेकिन शास्त्रीय मान्यता के अनुसार प्रारंभ के नौ दिन ही नौतपा के तहत स्वीकार किए जाते हैं, इसके बाद सूर्य के ताप का उत्तरार्ध होता है। अर्थात दसवें से पंद्रहवें दिन तक सूर्य का ताप पूर्व के नौ दिनों की अपेक्षाकृत कम होता जाता है। माना जाता है कि नौतपा के दौरान प्रचंड गर्मी होती है तो मानसून में अच्छी बारिश होने के आसार बनते हैं, वहीं यदि तपन कम हो तो वर्षा योग भी सामान्य ही रहता है। इस वर्ष नौतपा के दौरान बारिश के आसार बनेंगे।
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नौतपा और गर्मी का संबंध
वैदिक ज्योतिष के अनुसार रोहिणी नक्षत्र का अधिपति ग्रह चंद्रमा और देवता ब्रह्मा है। सूर्य ताप, तेज का प्रतीक है, जबकि चंद्र शीतलता का। चंद्र से धरती को शीतलता प्राप्त होती है। सूर्य जब चंद्र के नक्षत्र रोहिणी में प्रवेश करता है तो इससे वह उस नक्षत्र को अपने पूर्ण प्रभाव में ले लेता है। जिस तरह कुंडली में सूर्य जिस ग्रह के साथ बैठ जाए वह ग्रह अस्त के समान हो जाता है, उसी तरह चंद्र के नक्षत्र में सूर्य के आ जाने से चंद्र के प्रभाव क्षीण हो जाते हैं यानी पृथ्वी को शीतलता प्राप्त नहीं हो पाती। इस कारण ताप अधिक बढ़ जाता है।
विज्ञान भी नौतपा को मानता है
नौतपा का जितना महत्व ज्योतिष शास्त्र में है, उतना ही वैज्ञानिक तथ्य भी इसे मान्य करते हैं। वैज्ञानिक मतानुसार नौतपा के दौरान सूर्य की किरणें सीधी पृथ्वी पर आती है। इस कारण तापमान बढ़ता है। अधिक गर्मी के कारण मैदानी क्षेत्रों में निम्न दबाव का क्षेत्र बनता है जो समुद्र की लहरों को आकर्षित करता है। इस कारण ठंडी हवाएं मैदानों की ओर बढ़ती है। चूंकि समुद्र उच्च दबाव वाला क्षेत्र होता है इसलिए हवाओं का यह रूख अच्छी बारिश का संकेत देता है।
नौतपा में चंद्र नक्षत्रों के अनुसार ये रहेगा मौसम का हाल
- 25 मई श्रवण नक्षत्र- गर्म हवाएं, उमस, बादल
- 26 मई धनिष्ठा नक्षत्र- उमस भरी गर्मी
- 27 मई शतभिषा नक्षत्र- तेज गर्मी, लू वाली हवाएं
- 28 मई पूर्वाभाद्रपद नक्षत्र- मौसम शुष्क, चिपचिपी गर्मी
- 29 मई उत्तराभाद्रपद नक्षत्र- चुभन वाली धूप, गर्म हवाओं वाली आंधी की संभावना
- 30 मई रेवती नक्षत्र- उमस, हल्की बूंदाबांदी
- 31 मई अश्विनी नक्षत्र- बादलों के कारण उमस, रात में बूंदाबांदी
- 1 जून भरणी नक्षत्र- तीव्र गर्मी, बारिश
- 2 जून कृतिका नक्षत्र- मध्यम गर्मी तेज हवा
- 3 जून रोहिणी नक्षत्र- बारिश के आसार, गर्मी का असर कम
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