सफल होने से कोई नहीं रोकेगा, अगर करेंगे ये उपाय?
सबसे पहले तो आपको धैर्य से काम लेना होगा। असफलता हाथ लगे तो निराश न हों, कोई आध्यात्मिक गुरु बनाएं और उनसे मार्गदर्शन लें।
नई दिल्ली। आय का अच्छा साधन, अच्छी नौकरी, बड़ा बिजनेस, बड़ा बंगला, लग्जरी कार, सुखी परिवार ये सब सफलता के पैमाने माने जाते हैं। जीवन में सफल होने के लिए प्रत्येक व्यक्ति अपनी क्षमता के अनुसार प्रयास करता है। सफल होना जितना व्यक्ति की मेहनत पर निर्भर करता है, उतना ही भाग्य का साथ होना भी जरूरी है।
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भाग्य साथ नहीं देगा तो कितनी भी मेहनत कर लें सफलता नहीं मिलती। स्पिरिचुअल गुरुओं के अनुसार इच्छाशक्ति, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व, ये तीन बातें सफलता तय करती है।
मनुष्य की इच्छाशक्ति कमजोर है
मनुष्य की इच्छाशक्ति कमजोर है तो वह किसी भी कार्य में सफल नहीं हो सकता। वैदिक ज्योतिष के अनुसार व्यक्ति की इच्छाशक्ति की जानकारी उसके लग्न से हासिल की जाती है। व्यक्ति के लग्न का स्वामी कमजोर है तो उसमें साहस और इच्छाशक्ति की कमी होती है। ऐसे व्यक्ति सपने तो बड़े-बड़े देखते हैं लेकिन करते कुछ नहीं। लग्न का स्वामी कमजोर है तो व्यक्ति में घोर निराशा की भावना घर कर जाती है।
कमजोर चंद्र
यदि जन्मकुंडली में चंद्रमा की स्थिति कमजोर है। चंद्र नीच का हो, शत्रु राशि में स्थित हो या पाप ग्रहों की दृष्टि हो तो व्यक्ति आलसी होता है। यदि कोई ऐसे व्यक्ति को कुछ काम करने का कहता है तो उन्हें यह बात पसंद नहीं आती। ऐसे में अपने ही ऐसे लोगों से दूर होने लगते हैं।
कमजोर मंगल
ज्योतिष के अनुसार मंगल ऊर्जा का कारक ग्रह है। जिनकी कुंडली में मंगल कमजोर है या नीच ग्रहों के साथ बैठा है तो व्यक्ति में उत्साह और ऊर्जा की कमी होती है। ऐसे व्यक्ति बहुत जल्दी निराश हो जाते हैं। इसके विपरीत मजबूत मंगल वाले व्यक्ति कितनी ही बार असफल होंगे तब भी पुनः दोगुनी ऊर्जा से प्रयास में लग जाते हैं। मंगल ठीक नहीं है तो आत्मविश्वास की कमी रहती है।
इच्छाशक्ति मजबूत करने के लिए क्या करें
- सबसे पहले तो आपको धैर्य से काम लेना होगा। असफलता हाथ लगे तो निराश न हों।
- कोई आध्यात्मिक गुरु बनाएं और उनसे मार्गदर्शन लें।
- सकारात्मक ऊर्जा वाले लोगों के पास बैठें, नकारात्मकता से दूर रहें।
- ऐसे लोगों से दूर रहें जो सिर्फ दूसरों की बुराई करते हों, दूसरों के दोष देखते हों।
- ध्यान करें और बीज मंत्र हूं का जाप करते रहें।
- शनिवार के दिन तांबे या सोने की अंगूठी में मध्यमा अंगुली में एमेथिस्ट धारण करें। लेकिन किसी ज्योतिष को कुंडली दिखा लें। शनि यदि मारकेश हो तो एमेथिस्ट धारण न करें।
- सोमवार के दिन चांदी या सोने में अनामिका अंगुली में रोज क्वार्ट्ज या पिंक स्फटिक धारण करें। गले में भी पहना जा सकता है।
- ब्रेसलेट या माला के रूप में स्फटिक पहन सकते हैं। इच्छाशक्ति इससे बहुत तेजी से बढ़ती है।
- यदि असली एक मुखी रूद्राक्ष लिए जाए तो सोने या चांदी के पेंडेंट में पहनें।
आत्मविश्वास कैसे बढ़ाएं
- आध्यात्मिक गुरु से मार्गदर्शन लें।
- मानसिक रूप से ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप करते रहें।
- एकाग्रता बढ़ाने के लिए लाल बिंदु पर ध्यान लगाकर मेडिटेशन करें।
- एक मुखी या 11 मुखी रूद्राक्ष धारण करें।
- कुंडली में राहु यदि ठीक है तो गोमेद पहनें।