दीवाली में मधुमेह रोगियों के लिए खास उपाय
दीवाली पर मां लक्ष्मी की पूजा करने से मधुमेह रोगियों को होगा अद्भुतलाभ।
लखनऊ। ज्योतिष में मधुमेह रोग के लिए शुक्र, शनि व मंगलग्रह का निष्प्रभावी होना जरूरी होता है। इस रोग में गुरू की भी थोड़ी भूमिका होती है। इन सभी ग्रहों का छठें, लग्न व आठवेंभावसेकिसी न किसी प्रकार से सम्बन्ध भी होता है।यदि सिर्फ शुक्र बल हीन हो तो मधुमेह होता है और अगर साथ में मंगल भी नीच का या पीडि़त है तो ब्लड शुगर हो जाता है।
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ज्योतिष में शुक्र को गुप्तांग, किडनी व वीर्यकामुख्य कारक माना जाता है।अतः मधुमेह रोगी को भविष्य में गुप्तरोग तथा किडनी की समस्या उत्पन्न हो सकती है। शुक्रग्रह का सीधा सम्बन्ध मॉ लक्ष्मी से होता है, इसलिए दीवाली पर मॉ लक्ष्मी की पूजा करने से मधुमेह रोगियों को होगा अद्भुतलाभ।
मधुमेहरोगियों के लिए मां लक्ष्मी की पूजनविधि
दीवाली के दिनसांय कालमेंसंकल्पलेकरमॉ लक्ष्मी की तस्वीर के समक्ष सफेदआसनपरसफेदवस्त्र पहनकरस्फटिक की मालासेनिम्नमन्त्र ''ऊ भृगुजाताय विद्महेदिव्यदेहाय धीमहितन्नो शुक्रप्रचोदयात्'' की कम से कम 3 मालाजापकरें।जाप के बाददूसरेदिननौंवर्षसे कम आयु की कन्याओंकोमिश्रीमिश्रितदही या दूध काप्रसादवितरितकरें।
उसी दिन पीपल के पेड़ में दूध-गुड़ मिश्रित मीठा जल चढ़ायें व सरसों के तेलका दीपक जलायें एंव केले के पेड़े पर कच्चा दूध चढ़ायें व घी का दीपक जलायें। तत्पश्चातगाय कोदोऑटे की लोई में गुड़ व चना मिलाकर खिलायें। मन्त्र साधना के अन्तिम दिन किसी वृद्ध ब्राहम्ण को मिश्री मिश्रित खीर खिलायें। यह उपाय आपको दीवाली से प्रारम्भ करके जमघट समाप्त होने तक यानि तीन दिन तक करना होगा।