पॉजिटिव एनर्जी के लिये अपनायें ऐसी लाइफस्टाइल
[पं. अनुज कुमार शुक्ल] यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा खराब है और जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है, तो आपको अपनी लाइफस्टाइल में परिवर्तन करने चाहिये। ऐसा करके आप चंद्रमा की ऊर्जा को अपने जीवन में संतुलित कर सकते हैं।
चन्द्र की शक्ति में वृद्धि के लिए विश्वास, शान्ति, भक्ति, देखभाल, पोषण के वातावरण को बनाने की जरूरत होती है। बुजुर्गों की सेवा व देखभाल करन से लाभ मिलता है। जिस व्यक्ति का चंद्रमा खराब है, उसे मित्रों से, माता से व परिवार से मधुर सम्बन्ध बनायें रखने की आवश्यकता होती है। छोटे बच्चों के पालन-पोषण में मद्द करनी चाहिए।
महिलाओं के प्रति सम्मान, संवेदशीनता व अच्छा अचारण रखने से चंद्रमा की अनुकूलता में वृद्धि होती है। खासकर वृद्ध महिलाओं की सेवा व सहयोग करने से विशेष लाभ मिलता है। घास पर जो ओस की बॅूद होती है, वह चंद्रमा का प्रतीक होती है। प्रातःकाल नंगे पैर से घास पर टहलने से मन व तन दोनों को शान्ति मिलती है। ऐसा करने से चंद्रमा की अनुकूल उर्जा में विशेष वृद्धि होती है।
खान-पान पर विशेष ध्यान
हम जो भी भोजन के रूप में ग्रहण करते हैं, उसका सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। जब शरीर स्वस्थ्य रहेगा तो मन भी स्वस्थ्य रहेगा। चूंकि मन का कारक चंद्रमा है, इसलिए खान-पान का असर भी चंद्रमा पर पड़ता है। चंद्रमा शीतल ग्रह है, इस कारण हमें ऐसे भोज्य पदार्थों का सेंवन करना चाहिए जो शाीतल और सुपाच्य हों।
विटामिन बी, सी और लौह तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थो को सेंवन करने से लाभ मिलता है। जैसे-गाय दूध, दही, चावल, खीर, मिश्री, नींबू, सन्तरा, अरबी, गोभी, लौकी, पनीर, मठठा, लस्सी, जौ की रोटी, मक्के की रोटी, शलजम, मूली, अनानास, मौसम्मी, अश्वगंधा आदि चीजों को सेंवन करने से कमजोर चंद्रमा धीरे-धीरे बलवान होकर शुभ फल देने लगता है।