Rooftop Farming : भारत में बढ़ रही घरों की छत पर खेती, पेरिस में है दुनिया का सबसे शहरी रूफ टॉप फार्म
मयूरभंज (ओडिशा), 12 मई : आम तौर से ताजी सब्जियों के शौकीन लोग मंडियों से सुबह-सुबह खरीदारी करते दिख जाते हैं। इसके अलावा ताजी सब्जियां पसंद करने वाले लोगों का एक बड़ा वर्ग घरों में मौजूद छोटे प्लॉट पर भी फल और सब्जियां उगाता दिखता है। अमेरिका और फ्रांस जैसे देशों में पॉपुलर रूफ टॉप फार्मिंग का कल्चर भारत में भी लोकप्रिय हो रहा है। बता दें कि शहरी इलाके में बना दुनिया का सबसे बड़ा रूफ टॉप फार्म फ्रांस की राजधानी पेरिस में है। किचन गार्डन बनाने या रूफ टॉप फार्मिंग शहरी क्षेत्रों में कई घरों में देखी जा सकती है। ऐसी ही एक छत है ओडिशा के मयूरभंज जिले में। यहां एक बिजनेसमैन ने अपने घर की छत पर पौधों की 40 वेराइटी उगाईं हैं। इनमें मेडिसिनल प्लांट भी हैं।

सुबह पौधों की देखभाल, शाम में बिजनेस
ओडिशा के रहने वाले व्यवसायी धरणी कुमार डे की गिनती उन लोगों में होती है, जिन्होंने सब्जियों, फलों और फूलों की खेती करने के लिए अपनी छत का शानदार इस्तेमाल किया है। धरणी ने घर की छत पर इनोवेटिव जैविक खेती उद्यान बनाने में कामयाबी हासिल की है। उन्होंने मयूरभंज जिले के बारीपदा में छत पर बागवानी कर मिसाल कायम की है। धरणी बताते हैं कि घर की छत पर मौजूद फल-सब्जी की वेराइटी के कारण उन्हें बाजार से खरीदारी करने की जरूरत नहीं पड़ती। पूरे साल अपने छत के बगीचे से ही सब कुछ मिलता रहता है। व्यवसायी होने के नाते, धरणी सुबह-सुबह पौधों की देखभाल करते हैं। बारीपदा गांधी मार्केट में अपने फर्नीचर शोरूम में धरणी शाम को जाते हैं।

घर की छत पर उगाया नारियल
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाली धरणी बचपन से ही पौधों और खेती में रुचि लेते थे। उन्होंने पिछले 12 साल से अपने घर की छत पर किचन गार्डन बना रखा है। उनके छत के बगीचे में औषधीय पौधों, जड़ी-बूटियों, फूलों, पेड़ों और सब्जियों सहित लगभग 40 प्रकार के पौधे हैं। फलों से भरा 4 से 5 फीट लंबा नारियल का पेड़ सभी को आकर्षित करता है। उन्होंने बताया, 2010 में छत पर खेती शुरू करते समय शुरुआत में फूल लगाए। फिर अन्य फलों और सब्जियों को उगाने की शुरुआत हुई। रूफटॉप फार्म में कई प्रकार के पौधे हैं। इनमें मेडिसिनल प्लांट भी हैं।

Best from Waste : खेती के लिए इन चीजों का प्रयोग
बिजनेसमैन धरणी कुमार डे रूफ टॉप फार्म में आलू, प्याज, लहसुन, करेला, बैगन, लौकी, टमाटर, मूली और हरा धनिया पैदा करते हैं। उन्होंने छत पर खेती के दौरान आम, नींबू, पपीता, चीकू और बेर के पौधे भी सफलतापूर्वक उगाए हैं। उन्होंने छत पर पौधे उगाने के लिए फेंकी हुई प्लास्टिक की बाल्टी, प्लास्टिक और टूटी हुई पानी की टंकियों का इस्तेमाल किया है। दिलचस्प बात यह है कि धरणी अपने छत के बगीचे में कभी भी रासायनिक उर्वरकों या कीटनाशकों का इस्तेमाल नहीं करते।

घर की छत से पूरी होती हैं परिवार की जरूरतें
छत पर खेती करने या किचन गार्डन में मिट्टी की उर्वरता बढ़ाना हमेशा चैलेंजिंग होता है। धरणी डे बताते हैं कि इश चुनौती से निपटने और पौधों में होने वाली बीमारियों को रोकने के लिए उन्होंने अपनी खुद की हर्बल दवा, गाय का ताजा गोबर, गोमूत्र, गुड़ और पानी का मिश्रण बनाया है। धरणी के रूफटॉप फार्म से उनके परिवार की सब्जियों की रोजाना की जरूरतें पूरी हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि वे इसे बाजार में बेचने नहीं जाते। कभी-कभी हमारे मेहमान यहां की फल और सब्जियां खाते हैं।
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ओबामा फैमिली भी बागवानी और खेती से जुड़ी
किचन गार्डन की संस्कृति से अमेरिका का ओबामा फाउंडेशन भी जुड़ा है। 11 मई, 2022 के एक ट्वीट में ओबामा फाउंडेशन ने किचन गार्डन से जुड़ी एक्टिविटी का ऐलान किया। वीडियो ट्वीट के साथ ओबामा फाउंडेशन ने लिखा, हमें यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि ओबामा प्रेसिडेंशियल सेंटर में फ्रूट एंड वेजिटेबल गार्डन का नाम एलेनोर रूजवेल्ट के नाम पर रखा जाएगा। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की पत्नी- मिशेल ओबामा भी किचन गार्डन जैसी एक्टिविटी में काफी रूचि लेती हैं। इस ट्वीट में लिखा गया कि व्हाइट हाउस किचन गार्डन, मिशेल से इंस्पायर्ड है। ओबामा प्रेसिडेंशियल सेंटर में फ्रूट एंड वेजिटेबल गार्डन में आने वाले लोगों के लिए एक गार्डन क्लासरूम और टीचिंग किचन की सुविधा दी जाएगी।

अमेरिका में किचन गार्डन की एक्टिविटी
किचन गार्डन को लेकर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भी इंटरेस्ट दिखा चुकी हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई की ओर से जारी ऐसी ही एक तस्वीर में सितंबर, 2017 में मेलानिया ट्रंप व्हाइट हाउस के साउथ लॉन में बने व्हाइट हाउस किचन गार्डन दिखी थीं। इस फोटो में मेलानिया ट्रंप किचन गार्डन में वॉशिंगटन के बॉयज़ एंड गर्ल्स क्लब के साथ कटाई और रोपण करती देखी जा सकती हैं।

पेरिस में रूफटॉप फार्मिंग
भारत के अलावा पूरी दुनिया में बड़े पैमाने पर निर्माण कार्य हो रहे हैं। कंक्रीट के फैलते जंगलों के बीच खेती योग्य भूमि में कमी आ रही है। खुद की जमीन पर खेती के अलावा खुद का किचन गार्डन बनाना भी एक सपने जैसा लगता है। बहुमंजिली इमारतों की भीड़ में फ्रांस की राजधानी पेरिस में दुनिया का सबसे बड़ा शहरी रूफ टॉप फार्म डेवलप किया गया है। खेती-किसानी या पौधों के प्रेमियों के लिए यह किसी स्वर्ग से कम नहीं। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने साल 2019 में एक ट्वीट में बताया था कि पेरिस में दुनिया का सबसे बड़ा अर्बन रूफटॉप फार्म है।