International Tomato Conclave : CM शिवराज से इंस्पायर हो सकते हैं किसान, 9 एकड़ में 766 टन टमाटर की खेती
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री की खेती-किसानी से किसान प्रेरणा ले सकते हैं। उनकी कामयाब खेती के फॉर्मूले से किसानों को शानदार उपज के अलावा अच्छी आमदनी भी हो सकती है।
भोपाल, 18 मई : भले ही सैकड़ों जनप्रतिनिधि यानी विधायक-सांसद अपने चुनावी एफिडेविट में प्रोफेशन के कॉलम में किसान यानी एग्रीकल्चर लिखते हों, लेकिन क्या आपने किसी मुख्यमंत्री को खेती करते देखा है ? आज हम आपको एक ऐसे किसान से मिलवाएंगे जो एक प्रदेश का मुख्यमंत्री भी है। खुद को किसान बताने वाले इस सीएम का नाम है शिवराज सिंह चौहान। दिलचस्प है कि वरिष्ठ भाजपा नेता शिवराज खुद को अक्सर किसानों का हितैषी और उनके कल्याण के लिए समर्पित बताते हैं। आज उनके किसान होने का जिक्र इसलिए, क्योंकि उन्होंने एक इंटरनेशनल कॉन्क्लेव में 9 एकड़ जमीन पर टमाटर की खेती करने की बात कही है। उन्होंने किसानों से प्राकृतिक खेती की अपील भी की। शिवराज ने कहा कि वे भी किसान हैं। खुद भी उद्यानिकी खेती करते हैं। उन्होंने अनार उगाए, अमरूद और आम के पेड़ लगाए हैं।
'एक जिला एक उत्पाद' योजना के तहत टमाटर
मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया कि एक जिला एक उत्पाद योजना के तहत मध्य प्रदेश के 11 जिलों में टमाटर चुना गया है। उन्होंने कहा कि सरकार मध्य प्रदेश से टोमैटो एक्सपोर्ट को बढ़ावा देने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि टमाटर से बनने वाले उत्पादों की प्रोसेसिंग की दिशा में भी काम करने की बात कही। बकौल शिवराज, एमपी सरकार, प्रसंस्करण यूनिट की स्थापना के लिए विशेष काम किए जा रहे हैं।
नीदरलैंड के राजूदत के सामने खेती किसानी का मंत्र
अंतरराष्ट्रीय टोमैटो कॉन्क्लेव में नीदरलैंड के राजूदत भी पहुंचे। उनकी मौजूदगी में मुख्यमंत्री शिवराज ने बताया, मध्य प्रदेश में टमाटर की शानदार उपज हो रही है। टमाटर उत्पादन में एमपी ने रिकार्ड बनाया है। उन्होंने किसानों से फसल और सब्जी के अलावा उत्पादों को फूड प्रोसेसिंग से जोड़ने की अपील भी की। अच्छी कमाई के टिप्स देते हुए सीएम शिवराज ने बताया, उन्होंने जुलाई में टमाटर लगाए थे। अक्टूबर में पैदा हुए। उस समय मार्केट में टमाटर के रेट अच्छे थे। ऐसे में थोड़ी युक्ति और बुद्धि से खेती करने पर टमाटर भी मिलेगा और फसल की कीमत भी नहीं घटेगी। उन्होंने कहा कि एक्सपोर्ट क्वालिटी के टमाटर भी उगाए जा सकते हैं।
टमाटर हिट के साथ फिट भी है
मुख्यमंत्री ने खुद की खेती का एक्सपीरियंस बताते हुए कहा, वे भी किसान हैं। अनार, अमरुद और आम की खेती के अलावा इस साल 9 एकड़ जमीन पर टमाटर की फसल उपजाई है। 766 टन टमाटर पैदा हुआ है। उन्होंने कहा, आलू और टमाटर यह दो सब्जियां ऐसी हैं इनके बिना घर गृहस्थी का काम नहीं चलता। टमाटर हर कहीं फिट है और इसीलिए टमाटर की डिमांड भी काफी है, इसलिए टमाटर हिट के साथ फिट भी है। उन्होंने कहा, टमाटर का फ्यूचर बहुत बेहतर है इसलिए किसानों को टमाटर की खेती करनी चाहिए।
किसानों से फसल का पैटर्न बदलने का आह्वान
कॉन्क्लेव के वर्चुअल उदघाटन के बाद सीएम शिवराज ने खेती किसानी का मंत्र देते हुए किसानों से फसल का पैटर्न बदलने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, परंपरागत फसलों की खेती से इतर सब्जी, फल-फूल, औषधीय और प्राकृतिक खेती की ओर बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने बताया, वे खुद टमाटर की खेती कर रहे हैं और अच्छा उत्पादन हो रहा है।
अन्नदाता केमिकल के इस्तेमाल से बचें
फर्टिलाइजर से उपयोग से बचने की अपील करते हुए सीएम शिवराज ने कहा, प्राकृतिक खेती से धरती का स्वास्थ्य अच्छा होगा, तो मनुष्य की सेहत भी अच्छी रहेगी। केमिकल फर्टिलाइजर के ज्यादा उपयोग के कारण फसलें इंसान के लिए हानिकारक हो रही हैं, कई तरह की बीमारियां पैदा हो रही है, और धरती का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। ऐसे में किसानों को ऑर्गेनिक या प्राकृतिक खेती की ओर शिफ्ट करना चाहिए।
किसानों की मदद करेंगे नीदरलैंड के एक्सपर्ट
इंटरनेशनल टोमैटो कॉन्क्लेव में टमाटर की खेती के बारे में मध्य प्रदेश के उद्यानिकी मंत्री भरत कुशवाह ने बताया कि मध्य प्रदेश के किसानों को अब टमाटर की खेती के लिए नीदरलैंड के एक्सपर्ट से तकनीकी गाइडेंस मिलेगा। उन्होंने कहा कि नीदरलैंड की मदद से टमाटर की पैदावार, प्रोसेसिंग और एक्सपोर्ट तीनों बढ़ेगी। बकौल भरत कुशवाहा, किसानों को बीज उपलब्ध कराने में सरकार सहयोग करेगी।
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