विकास के रास्ते चला ओडिशा, चालू वित्त वर्ष में 28,973 करोड़ रुपये का खनन राजस्व किया एकत्र
ओडिशा सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 17 जनवरी, 2023 तक खनन से 28,973.43 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया है, राज्य के इस्पात और खान मंत्री प्रफुल्ल मल्लिक ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी।
भुवनेश्वरःओडिशा सरकार ने चालू वित्त वर्ष में 17 जनवरी, 2023 तक खनन से 28,973.43 करोड़ रुपये का राजस्व एकत्र किया है, राज्य के इस्पात और खान मंत्री प्रफुल्ल मल्लिक ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि 2019-20 और 2020-21 के दौरान 11,020 करोड़ रुपये और 13,791 करोड़ रुपये के खनन राजस्व के मुकाबले राज्य 2021-22 के दौरान खनन राजस्व के 49,858 करोड़ रुपये एकत्र करने में सक्षम रहा है।
राज्य
में
कच्चे
इस्पात
की
स्थापित
क्षमता
में
हुआ
इजाफा
मल्लिक
ने
यहां
बंगाल
चैंबर
ऑफ
कॉमर्स
एंड
इंडस्ट्री
द्वारा
आयोजित
खनिज,
खनन
और
धातु
कॉन्क्लेव
को
संबोधित
करते
हुए
यह
बात
कही।
वर्ष
1999-2000
में
कच्चे
इस्पात
की
लगभग
4
मिलियन
टन
प्रति
वर्ष
(एमटीपीए)
की
स्थापित
क्षमता
से
राज्य
ने
प्रगति
की
है।
अब
तक
33
एमटीपीए
से
अधिक
की
कुल
क्षमता
वाले
47
इस्पात
उद्योग
हैं,
जो
लगभग
देश
की
कुल
स्थापित
क्षमता
का
चौथा
है।
खनिज
उत्पादन
में
लगातार
हुई
वृद्धि
इसके
अलावा
उन्होंने
कहा
कि
राज्य
में
पेलेट
संयंत्रों
की
स्थापित
क्षमता
लगभग
29
मिलियन
टन
प्रति
वर्ष
(एमटीपीए)
है
और
स्पंज
आयरन
संयंत्रों
की
स्थापित
क्षमता
लगभग
15
मिलियन
टन
है।
मंत्री
ने
कहा
कि
2020-21
के
दौरान
खनिजों
का
कुल
उत्पादन
293.648
मिलियन
टन
था,
जिसमें
325.495
मिलियन
टन
का
प्रेषण
हुआ
था,
जो
2021-22
के
दौरान
क्रमशः
362.40
मिलियन
टन
और
358.88
मिलियन
टन
हो
गया।
खनिज
ब्लॉकों
की
नीलामी
में
अग्रणी
राज्य
ओडिशा
चालू
वर्ष
के
दौरान17
जनवरी,
2023
तक
खनिजों
का
कुल
उत्पादन
और
प्रेषण
क्रमशः
302.06
मिलियन
टन
और
295.07
मिलियन
टन
रहा।
राज्य
सरकार
द्वारा
उठाए
गए
कदमों
की
जानकारी
देते
हुए
उन्होंने
कहा
कि
राज्य
ने
कानून
के
संशोधित
प्रावधानों
का
समय
पर
और
प्रभावी
कार्यान्वयन
सुनिश्चित
किया
है।
ओडिशा
22
समाप्त
हो
चुके
खनन
पट्टों
सहित
अब
तक
37
खनिज
ब्लॉकों
की
सफलतापूर्वक
नीलामी
करने
वाला
अग्रणी
राज्य
बन
गया
है।