पंचायत चुनाव: महिलाओं और एससी के लिए पद आरक्षित, पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के लिए ड्रा
पंचायत चुनाव: महिलाओं और एससी के लिए पद आरक्षित, पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के लिए ड्रा
हिसार। हरियाणा में पंचायती राज चुनावों से पहले अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग-ए और महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों के चयन की प्रक्रिया जोर पकड़ गई है। जिला परिषदों, ब्लाक समितियों और ग्राम पंचायतों में अनुसूचित जाति वर्ग और महिलाओं के लिए आरक्षित सीटें फाइनल हो गई हैं, जबकि सभी जिलों में वार्डों और पंचायतों में पिछड़ा वर्ग-ए को आरक्षण के लिए ड्रा का दौर शुरू हो गया है।
किसी भी विवाद से बचने के लिए क्षेत्र के गण्यमान्य लोगों की मौजूदगी में ड्रा निकाले जाएंगे। विभिन्न जिलों में उपायुक्तों ने ड्रा का शेड्यूल जारी कर दिया है। 29 सितंबर तक ड्रा का काम पूरा कर लिया जाएगा जिसके बाद आरक्षित पंचायतों और वार्डों की सूची प्रदेश सरकार राज्य चुनाव आयोग को सौंप देगी।
हालांकि राजनीतिक गलियारों में अनुसूचित जाति वर्ग और पिछड़ा वर्ग को आरक्षण के लिए अलग-अलग मानकों पर विवाद भी शुरू हो गया है। अनुसूचित जाति को आरक्षण देने के लिए वर्ष 2011 की जनगणना को आधार बनाया गया है तो बीसी-ए को आरक्षण पिछले दिनों तैयार किए गए परिवार पहचान पत्र के डाटा के आधार पर दिया गया है।
प्रदेश की कुल 136 पंचायत समितियों में से 32 में अनुसूचित जाति के प्रधान होंगे। इनमें रानिया, अंबाला-एक, ऐलनाबाद, साढ़ोरा (पार्ट), छछरौली, शहजादपुर, नारायणगढ़, भूना, नारनौंद, अग्रोहा, करनाल, बल्लभगढ़, नाथूसरी चौपटा, इंद्री, कैथल, कुंजपुरा, अलेवा, कलायत, सफीदों, बबैन, पिल्लूखेड़ा, भट्टूकलां, मुरथल, चरखी दादरी, सोनीपत, आदमपुर, खोल (रेवाड़ी), बादली, गन्नौर, समालखा, तिगांव और साल्हावास शामिल हैं।
इन पंचायत समितियों में से अग्रोहा, अंबाला-एक, बादली, भट्टूकलां, चरखी दादरी, ऐलनाबाद, इंद्री, कलायत, खोल (रेवाड़ी), मुरथल, नारनौंद, पिल्लूखेड़ा, साढौरा (पार्ट), साल्हावास, हांसी-2, हथीन, शहजादपुर और तिगांव पंचायत समिति का अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति की महिलाओं के लिए हैं।