'शिक्षकों का अपमान नहीं हौसला बढ़ाइए', केजरीवाल और सिसोदिया ने LG पर साधा निशाना
दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना और आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार के बीच पैदा हुई खाई लगातार बढ़ती ही जा रही है। बीते दिन शुक्रवार को दिल्ली की सरकारी स्कूलों पर LG के द्वारा की गई टिप्पणी का मनीष सिसोदिया ने तीन पन्नों की चिट्ठी के जरिए जवाब दिया। जिसको ट्वीटर पर शेयर करते हुए सिसोदिया ने लिखा कि "LG साहब ने कल एक पत्र में दिल्ली के शिक्षा विभाग पर कई झूठे आरोप लगाये थे। मैंने उनके पत्र का जवाब देते हुए अनुरोध किया है शिक्षकों के काम का मखौल न उड़ायें। दिल्ली के शिक्षकों ने कमाल करके दिखाया है। मैंने LG साहब से यह भी अनुरोध किया है कि संविधान में आपकी ज़िम्मेदारी क़ानून व्यवस्था ठीक करना है। आप कानून व्यवस्था ठीक कीजिए और हमें शिक्षा व्यवस्था ठीक करने दीजिए।"
इसी ट्वीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कमेंट करते हुए कहा कि "दिल्ली के टीचर्स, स्टूडेंट्स और उनके पेरेंट्स ने मिलकर पिछले सात सालों में कड़ी मेहनत करके शिक्षा व्यवस्था को सुधारा है। एलजी साहब को उनका अपमान करने की बजाय उनका हौसला बढ़ाना चाहिए।"
शानदार
बिल्डिंग
वाला
बना
ये
स्कूल
एक
और
ट्वीट
करते
हुए
सिसोदिया
ने
कहा
कि
"वसंत
गांव
का
ये
स्कूल
कुछ
साल
पहले
तक
जर्जर
हालत
में
था,
जहां
पढ़ना-पढ़ाना
नामुमकिन
था।
जर्जर
क्लासरूम
और
डेस्क,
टपकते
छत,
टूटे
हुए
बोर्ड
देख
ये
स्कूल
जैसा
लगता
ही
नहीं
था।
खुशी
है
कि
अरविंद
केजरीवाल
की
शिक्षा
क्रांति
की
बदौलत
आज
ये
स्कूल
शानदार
बिल्डिंग
वाला
स्कूल
बन
गया
है।"
इसके
साथ
ही
सिसोदिया
ने
स्कूल
की
फोटोज
भी
शेयर
की।
LG
ने
आम
आदमी
पार्टी
के
दावों
पर
खड़े
किए
हैं
सवाल
LG
वीके
सक्सेना
ने
बीते
दिन
शुक्रवार
को
केजरीवाल
को
लिखे
पत्र
के
माध्यम
से
दिल्ली
की
सरकारी
स्कूलों
में
शिक्षा
की
स्थिति
सहित
कई
मुद्दों
पर
सवाल
खड़े
किए
थे।
उन्होंने
कहा
था
कि
सरकारी
स्कूलों
में
छात्रों
की
औसत
संख्या
हर
साल
घटी
है,
जो
साल
2012-13
में
70.73%
थी
वह
साल
2019-20
में
गिरकर
60.65%
हो
गई
है।
इसके
साथ
ही
LG
ने
निजी
स्कूलों
से
सरकारी
स्कूलों
में
जाने
वाले
छात्रों
को
लेकर
जो
आम
आदमी
पार्टी
दावा
करती
है,
उन
दावों
पर
सवाल
खड़े
किए
हैं।
दिल्ली के शिक्षा विभाग पर झूठे आरोप लगा रहे हैं उपराज्यपाल: सिसोदिया
सिसोदिया
ने
LG
के
आरोपों
का
दिया
जवाब
LG
वीके
सक्सेना
का
जवाब
देते
हुए
मनीष
सिसोदिया
ने
कहा
कि
उनके
द्वारा
दिए
गए
आंकड़े
झूठे
है,
जिसके
जरिए
उन्होंने
राष्ट्रीय
राजधानी
की
पूरी
शिक्षा
प्रणाली
को
बदनाम
किया
है।
इसके
साथ
ही
सिसोदिया
ने
आने
लिखा
कि
"LG
ने
आरोप
लगाया
है
कि
दिल्ली
के
सरकारी
स्कूलों
में
छात्रों
की
संख्या
16
लाख
से
कम
होकर
15
लाख
हो
गई,
लेकिन
हकीकत
यह
है
कि
स्कूलों
में
छात्रों
की
संख्या
बढ़कर
18
लाख
हो
गई।
हमारे
शिक्षा
विभाग
ने
स्कूलों
के
बुनियादी
ढांचे
में
भी
बदलाव
किया
है,
टेंट
वाले
स्कूल
अब
टैलेंट
वाले
स्कूलों
में
बदल
गए
हैं।"