Delhi MCD Election 2022: चुनाव प्रचार से ज्यादा मॉनिटरिंग पर अरविंद केजरीवाल का फोकस
दिल्ली में एमसीडी चुनावों की घोषणा से लेकर अब तक सीएम अरविंद केजरीवाल ने 20 नवंबर को सिर्फ एक ही जनसभा को संबोधित किया है। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार केजरीवाल का फोकस प्रचार से ज्यादा मॉनिटरिंग पर है।
Delhi Municipal Corporation election 2022: एमसीडी चुनावों की घोषणा से लेकर अब तक आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केवल एक नुक्कड़ सभा में ही लोगों को संबोधित किया है। यह नुक्कड़ सभा भी 20 नवंबर को पहाड़गंज में हुई थी। तब से लेकर अब तक केजरीवाल कहीं भी एमसीडी चुनाव के लिए उस तरह से पार्टी का प्रचार करते नजर नहीं आए हैं, जैसा वे गुजरात में कर रहे हैं। हालांकि, इस दौरान एमसीडी चुनाव के लिए 10 गारंटी जारी करने के अलावा उन्होंने कुछ प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की हैं।
एमसीडी चुनाव लड़ रहे आम आदमी पार्टी के तमाम उम्मीदवार भी चाह रहे हैं कि एक बार केजरीवाल उनके इलाके में आ जाएं, तो वोटरों पर प्रभाव पड़ेगा। इसके लिए वे भी लगातार पार्टी नेतृत्व से पूछताछ भी कर रहे हैं, लेकिन फिलहाल सबको इंतजार करने के लिए ही कहा जा रहा है। हालांकि, डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत पार्टी के ज्यादातर स्टार प्रचारक रोज अलग-अलग वॉर्डों में जाकर उम्मीदवारों के साथ पदयात्राएं कर रहे हैं और नुक्कड़ सभाओं को भी संबोधित कर रहे हैं। हालांकि केजरीवाल के बिना सबको प्रचार कुछ अधूरा लग रहा है।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि इस बार सीएम का फोकस प्रचार से ज्यादा मॉनिटरिंग पर है। वो गुजरात में रहकर भी लगातार एमसीडी चुनाव के प्रचार पर नजर रखे हुए हैं और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और अपनी टीम के सदस्यों के जरिए लगातार फीडबैक भी ले रहे हैं। इसके अलावा नियमित रूप से सर्वे करवा कर भी सीएम सभी वॉर्डों में पार्टी की स्थिति का जायजा ले रहे हैं। सर्वे के नतीजों के आधार पर ही सीएम ने यह दावा भी किया है कि एमसीडी चुनाव में इस बार बीजेपी की 20 से कम सीटें आएंगी। प्रचार की रणनीति से लेकर कई अन्य अहम मुद्दों और आरोपों के जवाब देने को लेकर भी केजरीवाल की लगातार पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बातचीत हो रही है और ऑनलाइन मीटिंग के योजना तैयार की जा रही है।
एमसीडी चुनाव के लिए प्रचार 2 तारीख की शाम को थम जाएगा, जबकि गुजरात में 1 दिसंबर को होने वाले पहले चरण के मतदान के लिए 89 सीटों पर प्रचार मंगलवार शाम से ही थम जाएगा। ऐसे में अरविंद केजरीवाल अब दिल्ली को अधिक समय दे सकेंगे। सूत्रों का कहना है कि एमसीडी चुनाव में प्रचार के लिए बचे अंतिम चार दिनों में सीएम दिल्ली में भी प्रचार करते नजर आएंगे। चूंकि यह चुनाव वॉर्ड लेवल पर हो रहा है, इसलिए प्रचार के लिए ऐसी योजना बनाई जा रही है, जिसके जरिए केजरीवाल कम से कम समय में अधिक से अधिक वॉर्डों में प्रचार कर सकें।