Ganesh Ji Ki Aarti : गणेश पूजा से दुख हो जाते हैं दूर, जानिए कितनी बार करें बप्पा की आरती?
Shree Ganesh Aarti Lyrics in Hindi:- भगवान गणेश जी की पूजा तो रोज करनी चाहिए लेकिन बुधवार को इनकी विशेष पूजा करने से हर ख्वाहिश पूरी होती है।
Ganesh Aarti : भगवान गणेश विघ्नहर्ता कहलाते हैं और वो ही प्रथम पूज्य देव हैं। वो बेहद मोहक और शक्तिशाली हैं। वो अपने हर भक्त से बहुत स्नेह रखते हैं।बप्पा की पूजा करने से इंसान को हर तरह का सुख मिलता है और उसकी बुद्धि में इजाफा होता है। इनकी पूजा विशेष आरती के साथ रोज करनी चाहिए। इससे इंसान के घर में सुख, शांति का वास होता है और वो बहुत खुश रहता है उसे कभी भी कोई भी काम करने में कोई भय नही होता है, वो निडर और साहसी बनता है और समाज में उसे मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
गणेश जी की आरती ( Ganesh ji ki Aarti)
- जय गणेश जय गणेश,
- जय गणेश देवा ।
- माता जाकी पार्वती,
- पिता महादेवा ॥
- एक दंत दयावंत,
- चार भुजा धारी ।
- माथे सिंदूर सोहे,
- मूसे की सवारी ॥
- जय गणेश जय गणेश,
- जय गणेश देवा ।
- माता जाकी पार्वती,
- पिता महादेवा ॥
- पान चढ़े फल चढ़े,
- और चढ़े मेवा ।
- लड्डुअन का भोग लगे,
- संत करें सेवा ॥
- जय गणेश जय गणेश,
- जय गणेश देवा ।
- माता जाकी पार्वती,
- पिता महादेवा ॥
- अंधन को आंख देत,
- कोढ़िन को काया ।
- बांझन को पुत्र देत,
- निर्धन को माया ॥
- जय गणेश जय गणेश,
- जय गणेश देवा ।
- माता जाकी पार्वती,
- पिता महादेवा ॥
- 'सूर' श्याम शरण आए,
- सफल कीजे सेवा ।
- माता जाकी पार्वती,
- पिता महादेवा ॥
- जय गणेश जय गणेश,
- जय गणेश देवा ।
- माता जाकी पार्वती,
- पिता महादेवा ॥
- दीनन की लाज रखो,
- शंभु सुतकारी ।
- कामना को पूर्ण करो,
- जाऊं बलिहारी ॥
- जय गणेश जय गणेश,
- जय गणेश देवा ।
- माता जाकी पार्वती,
- पिता महादेवा ॥
गणपति की आरती कितने बजे होती है?
भगवान गणेश जी को प्रथम भगवान माना गया है इसलिए कोई भी पूजा इन्हीं से प्रारंभ होती है और कोई भी पूजा का समापन आरती से ही होता है इसलिए आप गणेश जी की पूजा का अंत आरती से करें। ऐसा करने से हर किसी की पूजा फलित होती है। अगर आप सुबह-शाम दोनों टाइम गणेश जी की पूजा आरती के साथ करते हैं तो आपको दूने फल की प्राप्ति होगी।
गणेश जी की आरती कितनी बार करनी चाहिए?
गणेश जी आरती दिन में दो बार ( सुबह-शाम) हो सकती है या एक बार ( सुबह ) के वक्त हो सकती है।
गणेश जी की आरती करने के नियम
गणेश जी की आरती करते वक्त आपका मन और तन दोनों साफ होना चाहिए। आप नहा धोकर स्वच्छ कपड़े पहनकर गणपति जी की पूजा और आरती करें। मन में किसी के प्रति गलत भावना ना रखें केवल सच्चे मन से गणपति की पूजा करें।
गणेश जी की कब और किस लिए करते हैं?
गणेश जी अपने हर भक्त की पुकार सुनते हैं। उनकी पूजा करने वाले व्यक्ति को दुख छू भी नहीं पाता है। गणेश जी सारे विघ्न हर लेते हैं और जातक को सुख-शांति प्रदान करते हैं।
हर काम से पहले गणेश जी की आरती क्यों करते हैं?
शिव-पार्वती के पुत्र श्री गणेश जी बुद्धि के देवता हैं, उन्हें वरदान मिला हुआ है श्री कार्य का इसलिए उनके नाम के आगे श्री गणेश लगा हुआ है क्योंकि श्री का एक अर्थ प्रथम भी होता है।
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