योगी सरकार ने कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से पहले कसी कमर, 3T से मिली बड़ी सफलता
लखनऊ, जून 05: 3टी यानी 'ट्रेस, टेस्ट एण्ड ट्रीट' की नीति से कोरोना संक्रमण की रोकथाम में उत्तर प्रदेश को बड़ी सफलता मिल रही है। कोरोना वायरस की थर्ड वेव से बच्चों में ज्यादा संक्रमण की आशंका है। इस संक्रमण से निपटने के लिए वाराणसी में इसके लिए अस्पतालों में पीकू, नीकू व ऑक्सीजन युक्त बेड बनाए जा रहे हैं। साथ ही, प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने चिकित्सकीय उपकरण भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिए है।
वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने जानकारी दी कि थर्ड वेव में बच्चो के संक्रमित होने की रिपोर्ट पर सरकार के निर्देश पर तैयारी की जा रही है। वाराणसी के प्रमुख सरकारी अस्पतालों जिसमें बीएचयू एमसीएच विंग, जिला महिला चिकित्सालय एमसीएच विंग, दीनदयाल अस्पताल एमसीएच विंग, बीएचयू सुपर स्पेशियलिटी, होमी भाभा कैंसर हॉस्पिटल, बरेका हॉस्पिटल, ईएसआईसी, लाल बहादुर शास्त्री रामनगर, पंडित राजन मिश्र डीआरडीओ हॉस्पिटल है। इसके अलावा प्राइवेट बच्चों के अस्पतालों को भी तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
कमिश्नर के मुताबिक, पीआईसीयू (पीडियाट्रिक इंटेंसिव केयर यूनिट), एनआईसीयू (न्यूनेटल इंटेंसिव केयर यूनिट) व ऑक्सीजन युक्त करीब 800 से अधिक बेड की सूची बनकर तैयार है। इसके अलावा ख़ास चिकित्सीय उपकरण की उपलब्धता भी सुनिश्चित किया जा रहा है। जिसमे वेंटीलेटर, एचएफएनसी, सी-पैप, बाई-पैप जैसे जीवन रक्षक उपकरणों है। कितने उपकरण की जरुरत पड़ेगी, कितने उपकरण मौज़ूदा समय में है व कितने उपकाण थर्ड वेव के वार में चाहिए इसकी भी तैयारी हो चुकी है।
कोरोना
के
पिछले
24
घंटों
में
1000
नए
केस
आए
सामने
यूपी
में
पिछले
24
घंटे
में
सिर्फ
1,000
नए
केस
सामने
आए
है.
अब
प्रदेश
में
20,000
से
कम
सक्रिय
केस
रह
गए
है।
सक्रिय
केसों
की
कुल
संख्या
19,431
रह
गई
है,
जबकि
24
घंटे
में
कुल
3.09
लाख
टेस्ट
हुए
हैं।
5
करोड़
से
ज्यादा
टेस्ट
करने
वाला
यूपी
अकेला
राज्य
है।
उधर
रिकवरी
रेट
97.6
प्रतिशत
है।
अब
पॉजिटिविटी
रेट
0.3
प्रतिशत
रह
गई
हैं।