हरियाणा में कोरोना मरीजों से ज्यादा रकम वसूलने वाले प्राइवेट अस्पतालों पर एक्शन होगा: स्वास्थ्य मंत्री
चंडीगढ़। प्रदेश के प्राइवेट अस्पतालों में कोरोना मरीजों से अधिक पैसा वसूलने के मामलों पर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि, सख्त कार्रवाई होगी। विज आज बोले कि, सभी अस्पतालों का ऑडिट करवा रहे हैं। अस्पतालों में उपचार के लिए रेट तय हैं। तय दरों से अधिक पैसा वसूलने वाले अस्पतालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
स्पीकर
ने
सीएम
और
विज
को
लिखा
था
पत्र
मालूम
हो
कि,
लोगों
की
शिकायतें
मिलने
के
बाद
विधानसभा
स्पीकर
ज्ञानचंद
गुप्ता
ने
संज्ञान
लिया
था।
उन्होंने
कहा
कि,
उनके
पास
ऐसी
कई
शिकायतें
पहुंची
हैं,
जिनमें
कई
सही
पाई
गई
हैं।
इसलिए
उन्होंने
सीएम
मनोहर
लाल
और
स्वास्थ्य
मंत्री
अनिल
विज
को
चिट्ठी
लिख
ऐसे
अस्पतालों
के
लाइसेंस
रद्द
करने
की
सिफारिश
की
है।
मामला
विधान
सभा
की
स्वास्थ्य
सेवाएं
संबंधी
विषय
समिति
के
संज्ञान
में
भी
लाया
जाएगा।
स्पीकर
ने
बताया
कि
पंचकूला
में
सबसे
ज्यादा
शिकायतें
शहर
में
स्थित
पारस
अस्पताल
से
जुड़ीं
हुई
हैं।
यहां
से
आने
वाली
शिकायतों
में
से
तीन
की
जांच
जिला
प्रशासन
द्वारा
बिलों
के
संबंध
में
गठित
समिति
ने
की
है।
जांच
में
अनेक
चौंकाने
वाले
तथ्य
उजागर
हुए
हैं।
अनेक
दवाओं
के
दाम
3
गुणा
तक
वसूले
जा
रहे
हैं।
हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस के इलाज के लिए अस्पताल अधिकृत किए, मेडिकल कॉलेजों में भी व्यवस्थाएं
"फिर
हंसने-खेलने
वाले
दिन
आएंगे"
विज
ने
कहा
कि,
तय
दरों
से
अधिक
पैसा
वसूलने
वाले
अस्पतालों
के
खिलाफ
पुलिस
केस
भी
दर्ज
किया
जा
सकता
है
और
उनके
लाइसेंस
भी
रद्द
कर
सकते
हैं।
मंत्री
बोले
कि,
हमें
विश्वास
है
कि
फिर
हंसने-खेलने
वाले
दिन
आएंगे।
लोगों
को
कुछ
दिन
और
साथ
देने
की
जरूरत
है।