हरियाणा सरकार ने दी खुशखबरी, इन जिलों में बनेगा 100-100 बेड का मां-बच्चा स्वास्थ्य विंग
चंडीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की अगुवाई वाली हरियाणा सरकार को जच्चा-बच्चा के स्वास्थ्य की काफी चिंता है। इसलिए तो प्रदेश के तीन जिलों में मुख्य अस्पताल से अलग 100-100 बेड का जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य विंग बनाने पर विचार चल रहा है। जिला सोनीपत, पलवल के साथ कुरुक्षेत्र भी इसमें शामिल हैं। इसे लेकर मंगलवार को हरियाणा सरकार स्वास्थ्य सेवाएं अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने अधिकारियों की बैठक ली।
बुधवार को अगले ही दिन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के निदेशक डा. बीके राजोरा फील्ड में भी उतर गए। उन्होंने एलएनजेपी अस्पताल की पुरानी इमारत की जगह मां और बच्चों का 100 बेड का ब्लाक बनाने को लेकर अधिकारियों से चर्चा की। साथ ही नवजात शिशु देखरेख इकाई और प्रसूति विभाग का निरीक्षण भी किया।
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पांच
मंजिला
नई
इमारत
बनाने
का
प्रस्ताव
एलएनजेपी
अस्पताल
की
पुरानी
इमारत
की
जगह
पांच
मंजिला
नई
इमारत
बनाने
का
प्रस्ताव
है,
ताकि
जिले
के
अस्पताल
को
200
बेड
का
किया
जा
सके।
दो
साल
पहले
ही
जिले
को
अस्पताल
की
नई
इमारत
की
सौगात
मिली
है।
वहीं
पुरानी
इमारत
में
कोरोना
आइसोलेशन
वार्ड
बनाया
गया
है।
इसी
पुरानी
इमारत
में
पहले
100
बेड
का
अस्पताल
चल
रहा
था,
जिसे
अब
नई
इमारत
में
शिफ्ट
किया
गया
है।
यह
इमारत
जर्जर
हो
चुकी
है।
ऐसे
में
नई
इमारत
बनने
और
इसकी
जगह
पर
जच्चा-बच्चा
स्वास्थ्य
ङ्क्षवग
बनाने
की
तैयारी
स्वास्थ्य
विभाग
कर
रहा
है।
अगर
ऐसा
हुआ
तो
यह
जिले
के
लिए
बड़ी
उपलब्धि
होगी।
आसपास
के
जिलों
से
भी
गंभीर
हालत
में
जच्चा
व
बच्चा
को
यहां
पर
रेफर
किया
जाएगा।
अभी
एलएनजेपी
अस्पताल
से
गंभीर
हालत
में
आने
वाली
प्रसूताओं
को
करनाल
के
कल्पना
चावला
मेडिकल
कालेज
में
रेफर
किया
जाता
है।
डिप्टी सिविल सर्जन डा. रमेश सभ्रवाल ने बताया कि डा. बीके राजोरा ने पुरानी इमारत का निरीक्षण किया है। यहां पर अलग से 100 बेड का मैटर्नल चाइल्ड हेल्थ ब्लाक बनाया जाना है। इसको लेकर वे बुधवार को कुरुक्षेत्र पहुंचे। इसके अलावा उन्होंने संभावित तीसरी लहर को लेकर जिले में चल रही तैयारियों का भी जायजा लिया। उन्होंने नवजात शिशु देखरेख इकाई और प्रसूति विभाग का भी निरीक्षण किया है।