हरियाणा: किसान परिवारों के लिए लाभकारी साबित हो रहे गोबर गैस प्लांट, लगवाना आसान, खर्च बेहद कम
कैथल। गोबर गैस प्लांट किसान परिवारों के लिए फायदेमंद साबित हो रहे है। कैथल में इस समय एक हजार किसान परिवार इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। गोबर गैस प्लांट से तैयार होने वाली गैस से इन परिवारों का चूल्हा जल रहा है और एक समय का नहीं बल्कि दोपहर व रात का भी भोजन इस गैस से इन परिवारों की महिलाएं तैयार कर रही हैं। इसके अलावा जो वेस्टेज गोबर है वह भी खेतों में खाद के रूप में प्रयोग में लाया जा रहा है।
यह प्रोजेक्ट 50 हजार रुपये में तैयार होता है, इस पर सरकार 12 हजार रुपये सब्सिडी का लाभ किसानों को देती है। घर में चार से पांच पशुओं के करीब 25 किलो गोबर से करीब पांच से छह किलो गैस एक दिन में तैयार होती है। इस गैस से एक दिन का भोजन चूल्हे तैयार किया जाता है। प्लांट से गैस सीधे रसोई घर में पाइप के जरिए पहुंचाई गई है। अब एलपीजी गैस सिलेंडर के भाव 850 रुपये तक पहुंच गए हैं, ऐसे में सरकार की यह योजना लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है।
दिल्ली भाजपा विधायक ओम प्रकाश शर्मा अगले सत्र तक सस्पेंड
रोजाना
25
किलो
गोबर
डालकर
बनाई
जाती
है
गैस
किसान
जोरा
सिंह
बताते
है
कि
घर
में
24
लोगों
का
परिवार
है।
घर
की
महिलाएं
बायो
गैस
से
ही
रसोई
में
खाना
पकाती
है।
गोबर
गैस
प्लांट
में
अभी
तक
किसी
प्रकार
की
समस्या
नहीं
आई
है।
इसके
लिए
रोजाना
25
किलो
गोबर
डालकर
गैस
बनाई
जाती
है
जो
दोनों
समय
चल
जाती
है।
हर
माह
गैस
सिलेंडर
नहीं
लेना
पड़ता
है।
जरूरत
पड़ने
पर
साल
भर
मात्र
एक
या
दो
सिलेंडर
ही
लेते
है।
बायो
गैस
से
पूरी
तरह
गैस
का
काम
करता
है।
सिलेंडर
पर
850
रुपए
होंगे
खर्च,
एलपीजी
गैस
के
लिए
सिर्फ
गोबर
उपलब्ध
कराना
गृहणी
सुनीता
ने
बताया
कि
लगातार
बढ़
रही
मंहगाई
में
गैस
सिलेंडर
850
रुपए
के
करीब
हाे
गया
है।
जिसमें
न
मात्र
की
ही
सब्सिडी
दी
जा
रही
है।
सिलेंडर
की
रिफलिंग
कराने
में
लोगों
की
कमर
टूट
रही
है।
अगर
किसान
गोबर
गैस
प्लांट
लगाता
है
तो
उसे
सिर्फ
गोबर
ही
उपलब्ध
कराना
होगा।
वह
बायो
गैस
के
माध्यम
से
खाना
पका
सकता
है।
बायोगैस
से
ये
फायदे
-
गांव
में
लकड़ी
के
लिए
महिलाओं
को
नहीं
जाना
पड़ता
है।
-
महिलाओं
को
चूल्हा
फूंकने
से
छुटकारा
मिलता
है।
-
चूल्हे
के
धुंए
से
छुटकारा
दिलाकर
कम
समय
में
खाना
तैयार
होता
है।
-
घर
पर
ही
गोबर
उपलब्ध
हो
जाता
है।
-
मार्केट
से
गैस
सिलेंडर
भी
नहीं
खरीदना
पड़ता
है।
'एडीओ सज्जन सिंह ने बताया कि गोबर गैस प्लांट किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। 12 हजार रुपये किसानों को सब्सिडी उपलब्ध करवाई जाती है। समय- समय पर जागरूक कैंप लगाए जा रहे हैं।'