‘मेरा पानी मेरी विरासत' योजना से किसानों को हरियाणा में हुआ लाखों का फायदा, देखिए
सोनीपत. हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही 'मेरा पानी मेरी विरासत योजना' का अब असर देखने को मिल रहा है. सोनीपत के गांव शहजादपुर के एक किसान ने धान और अधिक पानी वाली फसलों को छोड़कर बागवानी की ओर अग्रसर हो रहे हैं जिससे किसानों को फायदा मिल रहा है.
हरियाणा से सोनीपत के गांव शहजादपुर का यह किसान कपिल शर्मा है जो पहले अपने खेतों में धान की फसल उगाने का कार्य हर साल करता था, लेकिन बार-बार पानी की समस्या से परेशान होकर अब हरियाणा सरकार द्वारा चलाई जा रही मेरा पानी मेरी विरासत योजना से प्रेरित होकर अपने खेत में अमरूद की बाग बागवानी विभाग के माध्यम से लगाकर तैयार किया है.
अब किसान कपिल को अच्छी खासी इनकम भी हो रही है. किसान कपिल ने बताया कि वह बार-बार पानी की समस्या से बेहद परेशान रहता था, लेकिन अब वह खुश है और उसे इतने पानी की भी जरूरत नहीं है और मुनाफा भी अच्छा-खासा हो रहा है. बता दें कि इस अमरूद के बाग में किसी भी तरह का खाद के रूप में केमिकल का इस्तेमाल नहीं किया गया है.
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यहां पर जब सिंचाई की जाती है तो उसमें गाय के गोबर के अतिरिक्त देसी खाद का इस्तेमाल किया जाता है और यहां पर अमरूद में मिठास और स्वच्छ फल अब इस किसान को प्राप्त हो रहा है. किसान कपिल बताते हैं कि कई तरह के केमिकल फलों को नुकसान देते हैं. वह अपने इस बाग में कोई भी केमिकल का इस्तेमाल नहीं करना चाहते हैं.
उन्होंने बताया कि यहां केवल गाय के गोबर से तैयार किया गया खाद ही इस्तेमाल किया जाता है और वह भी जब पानी दिया जाता है तो उसमें मिला दिया जाता है जिसे उपज भी अच्छी पैदा हो सकें. उन्होंने आगे बताया कि डेढ़ साल पहले उन्होंने यह अमरूद का बाग लगाया था और लगाने के 6 महीने बाद ही इस से उन्हें इनकम शुरू हो गई थी.
इसके बाद उनकी 50 से 60 हजार की इनकम होने लगी और यहां पर अब डेढ़ लाख रुपए तक इनकम हो जाती है और यहां पर अगर कोई खेत में उनका यह फल लेने के लिए आता है तो वह कम कीमत पर भी लोगों को उपलब्ध करवा देते हैं. गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा 'मेरा पानी मेरी विरासत योजना' को लांच किया था.
आपको बता दें कि इस योजना के अंतर्गत हरियाणा के डार्क जोन में शामिल किसान धान की खेती को छोड़कर अन्य कम पानी वाली फसलें उदास के जिसको लेकर किसानों को 7 हजार रुपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि भी सरकार द्वारा उपलब्ध करवाई जाती है.