मलेरकोटला का गठन कांग्रेस की विभाजनकारी नीति का परिचायक: सीएम योगी
लखनऊ। पंजाब में मलेरकोटला को राज्य का नया जिला घोषित किया गया है। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह की पंजाब सरकार की इस घोषणा के बाद अब प्रदेश में जिलों की संख्या 22 से बढ़कर 23 हो गई है। उधर पंजाब सरकार के इस कदम पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कि मत और मजहब के आधार पर किसी प्रकार का विभेद भारत के संविधान की मूल भावना के विपरीत है। मलेरकोटला का गठन कांग्रेस की विभाजनकारी नीति का परिचायक है।
सीएम योगी ने ट्वीट किया है, "मत और मजहब के आधार पर किसी प्रकार का विभेद भारत के संविधान की मूल भावना के विपरीत है। इस समय, मलेरकोटला (पंजाब) का गठन किया जाना कांग्रेस की विभाजनकारी नीति का परिचायक है।"
बता दें मुख्यमंत्री कैप्टर अमरिन्दर सिंह ने यह ऐलान ईद-उल-फितर के राज्य स्तरीय समागम के दौरान किए। कोरोना महामारी के चलते कार्यक्रम वर्चुअल तरीके से आयोजित हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा कि मलेरकोटला को जिला बनाने की स्थानीय लोगों की लम्बे समय से मांग थी। इस फैसले से प्रशासनिक काम करवाने के लिए लोगों की मुश्किलें हल होंगी और अब प्रशासनिक समस्याएं सहजता से हल होंगी।
सीएम
अमरिंदर
ने
किए
कई
ऐलान
उन्होंने
कहा
कि
नए
जिले
में
डिप्टी
कमिश्नर
की
जल्द
नियुक्ति
की
जाएगी।
मलेरकोटला
के
लिए
विभिन्न
विकास
प्रोजेक्टों
का
ऐलान
करते
हुए
मुख्यमंत्री
ने
कहा
कि
स्थानीय
लड़के
और
लड़कियों
को
डॉक्टरी
शिक्षा
के
योग्य
बनाने
के
लिए
नवाब
शेर
मोहम्मद
खान
के
नाम
पर
500
करोड़
रुपए
की
लागत
वाला
सरकारी
मेडिकल
कॉलेज
जल्द
स्थापित
किया
जाएगा,
जिसके
लिए
राज्य
सरकार
ने
रायकोट
रोड
पर
25
एकड़
जमीन
पहले
ही
आवंटित
कर
दी
है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि मूल रूप से मलेरकोटला और अहमदगढ़ तहसीलों और अमरगढ़ सब तहसील नए बने जिले में शामिल होंगी। जनगणना का काम निपटने के बाद गांवों को मलेरकोटला जिले के अधिकार क्षेत्र में लाने की प्रक्रिया शुरू होगी। मुख्यमंत्री ने संगरूर के डिप्टी कमिश्नर को हिदायत की कि जिला प्रशासनिक कार्यालय का कामकाज जल्द शुरू करने के लिए उपयुक्त इमारत ढूंढी जाए।