पश्चिम बंगाल: ईसीएल खदानों से कोयला चोरी मामले सीबीआई ने चार को किया गिरफ्तार
कोलकाता, 27 सितंबर: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड (ईसीएल) की खदानों से कथित कोयला चोरी के मामले में सोमवार को चार गिरफ्तारियां की हैं। सीबीआई ने बताया है कि इस मामले में चल रही जांच में आज जयदेब मंडल, नारायण खरका, गुरुपद माजी और नीरद मंडल को गिरफ्तार किया गया है। इन चारों को मामले में मुख्य आरोपी अनूप मांझी के करीबी सहयोगी बताया गया है। इन पर खान में मजदूरो को लाने, ट्रांसपोर्टरों की व्यवस्था करने और अवैध रूप से निकाले गए कोयले को बेचने में मांझी की मदद करने का आरोप है। चारों को को आसनसोल में सीबीआई की विशेष अदालत में पेश किया जाएगा।
कोयला चोरी का ये ममला पश्चिम बंगाल के कुनुस्तोरिया और काजोरा इलाकों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से जुड़ा है। सीबीआई ने कोयला चोरी के कथित सरगना अनूप मांझी उर्फ लाला सहित अन्य के खिलाफ नवंबर 2020 में प्राथमिकी दर्ज की थी। बंगाल के कुनुस्तोरिया और काजोरा इलाकों में ईसीएल की खदानों से लाखों टन कोयले की हेराफेरी का आरोप है। मामले में ईडी भी अलग से जांच कर रही है।
चुनाव बाद हिंसा के मामले में भी गिरफ्तारियां
सीबीआई ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद हुई हिंसा से जुड़े मामले में भी सोमवार को एक गिरफ्तारी की है। सीबीआई का कहना है कि उसने पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा के एक मामले में महाराष्ट्र के पुणे से एक फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी को एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे चार दिन की ट्रांजिट रिमांड पर भेज दिया गया। बता दें कि इस साल 2 मई को बंगाल विधानसभा चुनाव के नतीजे आने और टीएमसी को पूर्ण बहुमत से जीतने के बाद हिंसा की कुछ खबरें आई थीं। बीजेपी का आरोप है कि ममता सरकार ने जानबूझकर ये हिंसा करवाई, जिसमें विपक्ष को निशाना बनाया गया और आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। इस मामले में कलकत्ता हाईकोर्ट के निर्देश पर बंगाल में चुनाव के बाद हुई हिंसा से जुड़े मामलों की जांच कर रही है।
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