Airport पर चेहरा स्कैन करते ही खुल जाएगा गेट, जाने क्या है DIGI Yatra? जो कल वाराणसी में हो सकता है शुरू
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को DIGI Yatra की शुरुआत हो सकती है। इसे लेकर वाराणसी एयरपोर्ट पर तैयारियां तेजी से चल रही हैं। संभावना जताई जा रही है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्
वाराणसी, 30 अगस्त: वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर बुधवार को DIGI Yatra की शुरुआत हो सकती है। इसे लेकर वाराणसी एयरपोर्ट पर तैयारियां तेजी से चल रही हैं। संभावना जताई जा रही है कि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा इसका उद्घाटन किया जाएगा। एयरपोर्ट के अधिकारियों का कहना है कि DIGI Yatra का ट्रायल पूरा हो चुका है, अब उद्घाटन किए जाने का इंतजार किया जा रहा है। उद्घाटन हो जाने के बाद वाराणसी एयरपोर्ट देश का पहला एयरपोर्ट होगा जहां चेहरा स्कैन करने के बाद यात्रियों को टर्मिनल भवन में प्रवेश मिल जाएगा।
टिकट और पहचान पत्र की नहीं होगी जरूरत
एयरपोर्ट के अधिकारियों ने बताया कि हवाई सफर करने वाले यात्रियों को अभी तक बोर्डिंग पास, टिकट और अपना पहचान पत्र लेकर चलना पड़ता है। DIGI Yatra प्रारंभ हो जाने के बाद यात्रियों को इन सब से मुक्ति मिल जाएगी। हवाई यात्रा पूरी तरह से पेपरलेस होगी और यात्रियों को कहीं भी दस्तावेज दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। DIGI Yatra प्रारंभ हो जाने के बाद विमान यात्रियों के समय की बचत होगी और एयरपोर्ट की सुरक्षा व्यवस्था पहले की अपेक्षा और अधिक मजबूत हो जाएगी।
इस तरह यात्री उठा सकते हैं लाभ
वाराणसी एयरपोर्ट पर मुख्य टर्मिनल भवन के द्वितीय प्रवेश द्वार पर DIGI Yatra से संबंधित उपकरण इंस्टॉल कर दिए गए हैं। यहां पहुंचने के बाद यात्री द्वारा DIGI Yatra के ऐप या मैनुअल तरीके से एक बार रजिस्ट्रेशन करना पड़ेगा। रजिस्ट्रेशन में यात्री का फेस और आधार कार्ड सहित अन्य जानकारियां दर्ज की जाएगी। रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी हो जाने के बाद हवाई यात्रा के दौरान यात्री को पहचान पत्र और टिकट आदि दिखाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। गेट पर पहुंचने के बाद यात्री का चेहरा है स्कैन करते ही गेट खुल जाएगा और यात्री को टर्मिनल भवन में प्रवेश मिल जाएगा।
ऐप से भी घर बैठे कर सकते हैं रजिस्ट्रेशन
अधिकारियों ने बताया कि यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए एप्लीकेशन से भी इसका रजिस्ट्रेशन किए जाने की सुविधा शुरू हो चुकी है। इसके लिए यात्रियों को गूगल प्लेस्टोर से DIGI Yatra ऐप को अपने मोबाइल में इंस्टॉल करना पड़ेगा। इंस्टॉल करने के बाद साइन इन करना पड़ेगा। उसके बाद रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया को पूरी करनी पड़ेगी। रजिस्ट्रेशन करने के बाद इस ऐप से यात्री जहां यात्रा का लाभ उठा पाएंगे वहीं ट्रैवल हिस्ट्री, फ्लाइट टिकट बुकिंग करने के साथ ही फ्लाइट को ट्रैक भी कर सकेंगे। DIGI Yatra ऐप पर यह सभी सुविधाएं भी दी जा रही हैं।
मैनुअल तरीके से भी मिलता रहेगा प्रवेश
अधिकारियों ने बताया कि वाराणसी एयरपोर्ट पर यह सुविधा प्रारंभ हो जाने के बाद मुख्य टर्मिनल भवन के द्वितीय प्रवेश द्वार से टर्मिनल भवन में प्रवेश करने वाले यात्री इसका लाभ उठा पाएंगे। जो यात्री इस सुविधा का लाभ नहीं लेना चाहेंगे उन्हें प्रथम प्रवेश द्वार से मैनुअल तरीके से प्रवेश दिया जाता रहेगा। प्रथम प्रवेश द्वार पर सीआईएसएफ के जवानों द्वारा पहले की तरह ही पहचान पत्र और टिकट आदि की जांच करने के बाद प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।
31 जनवरी से चल रहा है ट्रायल
एयरपोर्ट निदेशक अर्यमा सान्याल ने बताया कि सभी उपकरण इंस्टॉल किए जाने के बाद 31 जनवरी से इसका ट्रायल किया जा रहा है। पहले दो विमानों से जाने वाले यात्रियों पर इसका ट्रायल किया गया, ट्रायल सफल होने के बाद यात्रियों की संख्या धीरे-धीरे बढ़ाई जाती रही। वर्तमान समय में प्रतिदिन डेढ़ सौ से अधिक यात्री इस सुविधा का लाभ उठा रहे हैं। अधिकारियों ने यह भी बताया कि अब तक करीब 5 हजार से अधिक यात्रियों ने इसके लिए पंजीकरण भी करा लिया है।
लगाए गए फुटप्रिंट्स, तैनात रहेंगे सहायक
एयरपोर्ट प्रशासन द्वारा जारी सूचना में बताया गया कि वाराणसी एयरपोर्ट पर DIGI Yatra के लिए मुख्य टर्मिनल भवन के अंदर और बाहर फुटप्रिंट्स लगाए गए हैं। इसके अलावा अलग-अलग साइनेज भी लगाए गए हैं, जिससे एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद इन पहचान चिन्हों की मदद से हवाई यात्री DIGI Yatra की सुविधा का लाभ उठा सकें। इसके अलावा द्वितीय प्रवेश द्वार पर सहायकों की भी तैनाती की गई है। किसी प्रकार की समस्या होने पर यह सहायकों से मदद ली जा सकती है।
यात्री की जानकारियां डेटाबेस में रहेंगी स्टोर
यात्री द्वारा एक बार रजिस्ट्रेशन किए जाने के बाद DIGI Yatra के डेटाबेस में उनकी सभी जानकारियां स्टोर रहेंगी। एयरलाइंस का टिकट बुक करने के बाद यात्री जब भी एयरपोर्ट पर हवाई यात्रा करने के लिए पहुंचेंगे तो उनका चेहरा स्कैन करने के बाद उन्हें टर्मिनल भवन में प्रवेश मिल जाएगा। यह डेटाबेस पूरी तरह से सुरक्षित रहेगा और करीब साल भर बाद या फिर जरूरत पड़ने पर यात्री द्वारा स्वतः ही उसमें बदलाव किया जा सकता है।
देश पहला एयरपोर्ट होगा जहां मिलेगी यह सुविधा
वर्ष 2018 में इस DIGI Yatra को शुरू करने की घोषणा की गई थी। वाराणसी के अलावा दिल्ली, बेंगलुरु, विजयवाड़ा, कोलकाता और हैदराबाद एयरपोर्ट पर भी सुविधा को शुरू किए जाने के लिए तैयारी की जा रही है। वाराणसी एयरपोर्ट देश का पहला एयरपोर्ट होगा जहां सबसे पहले यह सुविधा प्रारंभ होगी। इसके अलावा बेंगलुरु एयरपोर्ट पर भी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, वहां भी जल्द ही इस सुविधा को शुरू किया जा सकता है। संबंधित अधिकारियों का कहना है कि यह सुविधा सफल होने के बाद देश के सभी हवाई अड्डों पर इसे प्रारंभ किया जाएगा।
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