जांच में मनमानी करने पर दरोगा को किया गया निलंबित, कैंट थाने में मुकदमा दर्ज
वाराणसी कमिश्नरेट में जांच में मनमानी करने के मामले में दरोगा को किया गया निलंबित, कैंट थाने में मुकदमा दर्ज
वाराणसी, 26 जुलाई : वाराणसी कमिश्नरेट में कैंट थाना क्षेत्र के फुलवरिया चौकी पर तैनात दरोगा द्वारा धोखाधड़ी के एक मामले में जांच के दौरान संबंधित तथ्यों को ध्यान में न रखकर मनमानी करने के मामले में दरोगा को निलंबित करने के साथ ही कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं यह भी आदेश दिया गया है कि मुख्यालय छोड़ने से पहले उन्हें उच्चाधिकारियों से अनुमति भी लेनी पड़ेगी।
जांच
में
लापरवारही
आई
सामने
कैंट
थाने
के
इंस्पेक्टर
प्रभु
कांत
के
अनुसार
फुलवरियां
चौकी
प्रभारी
कृष्ण
मोहन
पासवान
को
जो
मुकदमे
जांच
के
लिए
दिए
गए
थे।
रविवार
को
उन
मुकदमों
की
वे
जांच
व
समीक्षा
कर
रहे
थे।
समीक्षा
के
दौरान
यह
पाया
गया
कि
11
जुलाई
को
धोखाधड़ी
में
दर्ज
कराए
गए
एक
मुकदमे
में
तथ्यों
के
आधार
पर
जांच
न
करते
हुए
मनमाने
तरीके
से
जांच
की
गई।
इसमें
एक
पक्ष
को
लाभ
पहुंचाने
के
लिये
दरोगा
कृष्ण
माेहन
पासवान
ने
मनमाने
तरीके
से
जांच
की
और
पीडि़त
को
न्याय
नहीं
मिला।
इसके
अलावा
गलत
तरीके
से
सरकारी
कागजातों
में
लिखा
पढ़ी
भी
किया
गया।
कैंट
इंस्पेक्टर
द्वारा
की
गई
जांच
में
यह
भी
पाया
गया
कि
कुछ
मुकदमों
में
काफी
दिन
गुजर
जाने
के
बाद
भी
दरोगा
कृष्ण
माेहन
पासवान
द्वारा
जांच
पूरी
नहीं
की
गई।
वहीं
धोखाधड़ी
के
मुकदमे
में
मनमाने
तरीके
से
साक्ष्यों
काे
दरकिनार
करते
हुए
जांच
की
गई।
इसके
बाद
कैंट
इंस्पेक्टर
ने
अपनी
जांच
रिपोर्ट
एसीपी
कैंट
को
दिया।
इसी
मामले
में
दरोगा
कृष्ण
मोहन
पासवान
के
खिलाफ
कैंट
थाने
में
संबंधित
धाराओं
में
मुकदमा
दर्ज
कराया
गया।
डीसीपी
ने
दरोगा
को
किया
निलंबित
मामले
की
जानकारी
होने
के
बाद
फुलवरिया
चौकी
प्रभारी
कृष्ण
मोहन
पासवान
को
डीसीपी
वरुणा
जोन
आरती
सिंह
ने
निलंबित
कर
दिया।
बताया
गया
कि
सरकारी
कार्य
में
लापरवाही
बरतने,कार्यों
में
उदासीनता
और
मनमानी
करने
के
चलते
दरोगा
को
निलंबित
कर
दिया
गया।
यह
भी
कहा
गया
है
कि
पुलिस
लाइन
में
रहने
के
दौरान
मुख्यालय
छोड़ने
से
पहले
उन्हें
उच्चाधिकारियों
से
अनुमति
लेनी
पड़ेगी।
अनुमति
लिये
बगैर
वे
मुख्यालय
नहीं
छोड़ेंगे।
इस
मामले
को
लेकर
वाराणसी
कमिश्नरेट
में
तरह-तरह
कि
चर्चाएं
भी
चल
रही
हैं।