Varanasi Airport पर अगले साल अकासा एयर की इंट्री, एयरलाइंस द्वारा रूट सर्वे जारी
इंडिगो, स्पाइस जेट, विस्तारा, एयर इंडिया, गो फर्स्ट के बाद अब वाराणसी एयरपोर्ट से आकासा एयर द्वारा भी विमान सेवा संचालित करने की योजना चल रही है। अधिकारियों द्वारा हवाई रुट पर सर्वे किया जा रहा है।
Varanasi Airport से हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एक अच्छी खबर है। राकेश झुनझुनवाला समर्थित विमानन विमानन कंपनी अकासा एयर वाराणसी एयरपोर्ट से विमान सेवा प्रारंभ करने को लेकर प्लान कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि अगले वर्ष तक आकासा एयर द्वारा अपनी विमान सेवा प्रारंभ कर दी जाएगी।
दिल्ली, मुंबई व अन्य रूट पर सर्वे जारी
पिछले माह आकासा एयर के अधिकारियों की एक टीम वाराणसी एयरपोर्ट पर पहुंची थी। एयरपोर्ट निदेशक आर्यमा सान्याल के साथ अधिकारियों ने बैठक किया और बैठक करने के बाद वाराणसी एयरपोर्ट से विमान सेवा प्रारंभ करने पर विचार किया गया। बताया जा रहा है कि विमानन कंपनी द्वारा वाराणसी से दिल्ली और वाराणसी से मुंबई सहित अन्य रूट पर सर्वे किया जा रहा है। सर्वे के बाद चुनिंदा रुट पर विमानन कंपनी द्वारा विमान सेवा प्रारंभ किए जाने के लिए डीजीसीए को पत्र लिखा जाएगा। डीजीसीए की अनुमति के बाद आकासा एयर द्वारा वाराणसी एयरपोर्ट से विमान सेवा प्रारंभ कर दी जाएगी।
वाराणसी दिल्ली रुट पर सर्वाधिक विमान सेवा
वाराणसी के लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से सर्वाधिक विमान सेवाएं दिल्ली के लिए है। वाराणसी एयरपोर्ट से दिल्ली के बीच सप्ताह में 49 विमानों का आवागमन होता है। जिसमें इंडिगो, एयर इंडिया, स्पाइसजेट, विस्तारा और गो फर्स्ट के विमान शामिल हैं। इसके बाद वाराणसी से मुंबई के बीच सप्ताह में 40 विमान सेवाएं संचालित होती हैं। इन दोनों रुट पर वाराणसी से सर्वाधिक विमान सेवाएं उपलब्ध हैं। अंतर्राष्ट्रीय हवाई मार्ग पर वाराणसी से शारजाह के बीच एयर इंडिया एक्सप्रेस द्वारा सीधी विमान सेवा संचालित की जाती है।
बढ़ाई जानी है एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई
वाराणसी एयरपोर्ट पर अभी तक बड़े विमान जैसे बोइंग निर्मित 777, एयरबस निर्मित ए-310 व इनसे अधिक क्षमता के विमानों की लैंडिंग वाराणसी एयरपोर्ट पर नहीं हो पाती है। अधिकारियों ने बताया कि वाराणसी एयरपोर्ट के रनवे की वर्तमान लंबाई 2745 मीटर है। ऐसे में इतनी कम लंबाई होने के चलते बड़े विमानों की लैंडिंग संभव नहीं है। अधिकारियों ने यह भी कहा कि एयरपोर्ट पर पर्याप्त भूमि ना होने के चलते इसे बढ़ाया जाना मुश्किल है हालांकि भूमि अधिग्रहण को लेकर तैयारी चल रही है। भूमि अधिग्रहित हो जाने के बाद रनवे की लंबाई 1750 मीटर बढ़ाई जाएगी।