Uttarakhand: कोरोना का टीका लगवाने से परहेज कर रहे हैं मुसलमान: पूर्व CM त्रिवेंद्र सिंह रावत
देहरादून, 15 जून। पूरा देश इस वक्त कोरोना से जंग लड़ रहा है, सरकार की कोशिश है की तीसरी लहर आने से पहले ज्यादा से ज्यादा लोगों का वैक्सीनेशन हो जाए और इसलिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं तो वहीं टीकाकरण को लेकर उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय में आज भी वैक्सीनेशन को लेकर बहुत संशय है और वो टीकाकरण से बच रहे हैं, हालांकि कोरोना से बचने का एकमात्र उपाय वैक्सीनेशन ही है और हर किसी का टीका लगाना जरूरी है।
रावत ने कहा कि मैं मुस्लिम समाज के बंधुओं से अपील करता हूं कि 'वो वैक्सीन को लेकर किसी भी तरह का कोई संशय ना रखें।' साथ ही उन्होंने मीडिया और सामाजिक संगठनों से अपील की, वो टीकाकरण के प्रति लोगों को जागरूक करें, खासकर के मुस्लिम समुदाय के लोगों को, जिनके मन में अभी भी वैक्सीन को लेकर बहुत सारे सवाल हैं और वो किसी भ्रम के चलते टीका लगवाने से बच रहे हैं।
हम सुपर स्प्रेडर बन सकते हैं: रावत
रावत ने कहा कि 'यदि आप वैक्सीन नहीं लेते हैं, तो यह बीमारी खत्म नहीं होगी और कोई भी इसका शिकार हो सकता है और हम सुपर स्प्रेडर बन सकते हैं। मैं सभी से टीकाकरण के लिए आगे आने की अपील करता हूं।' रेलवे रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रावत ने कहा कि ' जो लोग वैक्सीन के दोनों डोज लगवा चुके हैं, वो चार धाम यात्रा पा जा सकते हैं। राज्य के तीन जिलों में टीकाकरण की दो डोज का 90 प्रतिशत टागरेट पूरा हो चुका है।'
उत्तराखंड में कोरोना की स्पीड में पहले से कमी आई है
मालूम हो कि उत्तराखंड में कोरोना की स्पीड में पहले से कमी आई है, सोमवार को यहां 296 नए कोरोना के केस सामने आए और 12 लोगों की मौत हुई थी, जबकि 990 लोग ठीक होकर अस्पताल से ठीक होकर घर भी लौटे थे। इस वक्त राज्य में 3,908 सक्रिय मामले हैं। जबकि कल तक 17 हजार, 597 कोरोना सैंपलों की जांच की गई है। जबकि राज्य में संक्रमण दर 2.86 फीसदी हो गई है। उत्तराखंड सरकार ने सोमवार को कोविड कर्फ्यू को 22 जून तक बढ़ा दिया है।