उत्तराखंड न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

सड़क पर भीख मांगने को मजबूर था 11 साल का मासूम, सच सामने आया तो निकला 'करोड़पति'

11 साल के शाहजेब के माता-पिता के गुजर जाने के बाद वह कलियर में भीख मांगने को मजबूर हो गया। लेकिन शाहजेब के दादा ने अपनी संपत्ति शाहजेब के नाम की हुई है। जिससे वह करोड़पति है।

Google Oneindia News

कहते हैं कि किस्मत और समय कब किसका कहां पलट जाए। ये कोई नहीं जानता है। ऐसी ही कुछ 11 साल के मासूम शाहजेब की कहानी है। जो कि​ पिरान कलियर क्षेत्र में भीख मांगने को मजबूर था। लेकिन जब मासूम की सच्चाई सामने आई तो वह चंद सेकेंड में करोड़पति बन गया।

कहानी​ फिल्मी लग रही है, लेकिन ये सच

कहानी​ फिल्मी लग रही है, लेकिन ये सच

इस मासूम की कोई लॉटरी नहीं निकली। बल्कि ये जन्म से ही इन सब का हकदार था। लेकिन वक्त ने मासूम को भीख मांगने को मजबूर कर दिया है। ये कहानी​ फिल्मी लग रही है, लेकिन ये सच है।

दर दर भटकने को मजबूर शाहजेब

दर दर भटकने को मजबूर शाहजेब

उत्तरप्रदेश के सहारनपुर के गांव पंडोली में मोहम्मद नावेद और इमराना का बेटा शाहजेब है। मोहम्मद नावेद की मौत के बाद 2019 में इमराना मायके यमुनानगर चली गई। तब शाहजेब की उम्र करीब 6 साल थी। जो कि नागल में डीपीएस स्कूल में पढ़ाई कर रहा था। इमराना शाहजेब को लेकर कलियर आ गई। इस बीच दादा मोहम्मद याकूब भी चल बसे। कोरोना में शाहजेब की मां इमराना का निधन हो गया। जिसके बाद शाहजेब अकेला हो गया। और दर दर भटकने को मजबूर हो गया।

परिजनों ने तलाशने के लिए सोशल मीडिया में फोटो वायरल की

परिजनों ने तलाशने के लिए सोशल मीडिया में फोटो वायरल की

शाहजेब किसी तरह भीख मांगकर इधर उधर छोटे काम कर अपना पेट पालता रहा। इस बीच परिजनों ने शाहजेब को तलाशने के लिए सोशल मीडिया में फोटो वायरल की और शाहजेब के बारे में बताने वाले को इनाम देने की घोषणा की।

शाहजेब के नाम गांव में पुश्तैनी मकान और 5 बीघा जमीन है

शाहजेब के नाम गांव में पुश्तैनी मकान और 5 बीघा जमीन है

जियारत पर कलियर आए एक व्यक्ति ने उसे देखा और जानकारी जुटाई। जिसके बाद परिजनों को इसकी सूचना दी। शाहजेब के सबसे छोटे दादा शाहआलम ने पोते को अपने साथ ले आए हैं। शाहजेब के दादा ने अपनी जमीनें पोते का नाम की हुई है। जिस पर उसका मालिकाना हक है। शाहजेब के नाम गांव में पुश्तैनी मकान और 5 बीघा जमीन है।

ये भी पढ़ें-Dehradun: स्कूल और कोचिंग सेंटर की मिलीभगत से 86 छात्रों का भविष्य अधर में, बोर्ड परीक्षा से भी हुए बाहरये भी पढ़ें-Dehradun: स्कूल और कोचिंग सेंटर की मिलीभगत से 86 छात्रों का भविष्य अधर में, बोर्ड परीक्षा से भी हुए बाहर

Comments
English summary
This is the story of 11 year old innocent Shahzeb. Who was forced to beg in Piran Kaliyar area. But when the truth of the innocent came to the fore, he became a millionaire in a few seconds.
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X