पहाड़ों की रानी को सरकार देने जा रही सौगात, जानिए क्या कुछ है रोडमैप
837 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली करीब 4.5 किलोमीटर लंबी टनल के निर्माण कार्य का होगा शिलान्यास
देहरादून, 25 नवंबर। उत्तराखंड में पहाड़ों की रानी पर्यटकों की पहली पसंद है। ऐसे में सरकार ने चुनावी साल में मसूरी के विकास पर पूरा फोकस किया है। धामी सरकार ने मसूरी के लिए कई सौगात देने की तैयारी कर ली है। इसके लिए मसूरी में रोपवे और टनल बनाने पर काम शुरू हो गया है। इसके लिए केन्द्र सरकार की और से पहाड़ों की रानी मसूरी में 837 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली करीब 4.5 किलोमीटर लंबी टनल के निर्माण कार्य का शिलान्यास दिसंबर के पहले सप्ताह में हो सकता है।
टनल
बनाने
का
काम
होगा
शुरू
मसूरी
में
पर्यटकों
की
सुविधा
और
रोमांच
को
लेकर
राज्य
सरकार
केन्द्र
सरकार
के
साथ
मिलकर
कई
प्रोजेक्ट
पर
काम
करने
में
जुट
गई
है।
मसूरी
में
रोपवे
के
बाद
अब
टनल
बनाने
पर
तेजी
से
काम
होगा।
इसके
लिए
सैनिक
कल्याण
एवं
उद्योग
मंत्री
गणेश
जोशी
ने
केंद्रीय
सड़क
एवं
परिवहन
मंत्री
नितिन
गडकरी
से
भी
मुलाकात
की
है।
जोशी
ने
बताया
कि
मसूरी
में
837
करोड़
रुपये
की
लागत
से
करीब
4.5
किलोमीटर
लंबी
टनल
बनने
से
मसूरी
नगर
के
साथ
राज्य
में
पर्यटन
विकास
की
संभावनाओं
को
आगे
बढ़ाने
में
मदद
मिलेगी।
उन्होंने
कहा
कि
मसूरी
नगर
को
दिया
गया
यह
अमूल्य
उपहार
न
सिर्फ
मसूरी
नगर,
बल्कि
उत्तरकाशी
जिले
के
निवासियों
के
लिए
भी
नई
संभावनाओं
के
द्वार
खोलेगा।
केंद्रीय
मंत्री
नितिन
गडकरी
ने
टनल
के
दिसंबर
माह
में
शिलान्यास
किए
जाने
के
लिए
काबीना
मंत्री
को
आश्वस्त
किया
है।
उन्होंने
इसके
लिए
तैयारियां
करने
के
संबंध
में
अधिकारियों
को
निर्देश
दिए।
टनल
और
कनेक्टिंग
रोड
की
कुल
लंबाई
9.6
किलोमीटर
रहेगी।
मसूरी
शहर
में
टनल
निर्माण
से
आए
दिन
लगने
वाले
ट्रैफिक
जाम
से
छुटकारा
मिल
जाएगा।
रोपवे
पर
पहले
ही
हो
चुकी
है
मंजूरी
इसके
अलावा
देहरादून
से
मसूरी
के
लिए
रोपवे
पर
भी
सरकार
ने
वर्कआउट
शुरू
कर
दिया
है।
देहरादून
से
मसूरी
के
लिए
प्रस्तावित
रोपवे
एशिया
का
दूसरा
सबसे
बड़ा
रोपवे
होगा।
रोपवे
की
लंबाई
5.5
किमी
होगी।
इस
रोपवे
के
बनने
से
दून
से
मसूरी
करीब
20
मिनट
में
पहुंच
जाएंगे।
रोपवे
से
एक
घंटे
में
दो
हजार
यात्री
दोनों
ओर
सफर
कर
सकते
हैं।
दिनभर
में
रोपवे
का
10
घंटे
तक
संचालन
किया
जाएगा।
देहरादून-मसूरी
रोपवे
पर्यटन
विभाग
की
एक
महत्वाकांक्षी
परियोजना
है।
एक
हजार
व्यक्ति
प्रति
घंटे
(एक
तरफ)
की
क्षमता
वाले
इस
रोपवे
के
बनने
से
जहां
एक
ओर
पर्यटकों
को
सुंदर
वादियों
को
निहारने,
रोपवे
के
रोमांच
सफर
का
आनंद
उठा
सकेंगे।
वहीं
दून
से
मसूरी
मार्ग
पर
ट्रैफिक
जाम
की
समस्या
से
राहत
मिलेगी।
इसके
साथ
ही
जॉर्ज
एवरेस्ट
में
एक
कार्टो
ग्राफिक
संग्रहालय
का
निर्माण
प्रस्तावित
है।
शीघ्र
ही
सर्वे
ऑफ
इंडिया
के
साथ
समझौता
ज्ञापन
हस्ताक्षर
किया
जाएगा।
जॉर्ज
एवरेस्ट
में
लगभग
24
करोड़
रुपये
की
परियोजना
पर
कार्य
किया
जा
रहा
है।
जिसमें
पर्यटकों
के
लिए
इको
फ्रेंडली
लॉग
हट्स,
मोबाइल
टॉयलेट,
फूड
वैन,
ओपन
थिएटर
और
हैरिटेज
ट्रैक
का
निर्माण
किया
जा
रहा
है।
साथ
ही
एक
ओर
जहां
पुरकुल
गांव
में
मल्टीलेवल
पार्किंग
तैयार
की
जाएगी
तो
दूसरी
ओर
मसूरी
में
भी
इसके
लिए
मल्टीलेवल
पार्किंग
होगी।
मसूरी
में
वैसे
भी
हर
साल
पार्किंग
की
सबसे
ज्यादा
समस्या
होती
है।
रोपवे
की
मल्टीलेवल
पार्किंग
से
बड़ी
राहत
मिलेगी।