उत्तराखंड में आपदा को लेकर शुरू हुई राजनीति, धामी सरकार की मुश्किलें बढ़ा रहे भाजपा के ही विधायक
देहरादून, 25 अक्टूबर। एक तरफ केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी की आपदा में राहत और बचाव कार्य को लेकर पीठ थपथपा रहे हैं, वहीं दूसरी और भाजपा के विधायक अपनी ही सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलकर सीएम के लिए मुसीबतें खड़ी कर रहे हैं। आपदा में राहत और बचाव कार्य को लेकर लोहाघाट के विधायक पूरन फर्त्याल ने जमकर खरी खोटी सुनाई है। इतना ही नहीं उन्होंने अपने क्षेत्र की अनदेखी करने का आरोप लगाया है। जिससे भाजपा का संगठन और सरकार दोनों मुश्किल में पड़ गए हैं।

भाजपा विधायक ने खोला अपनी सरकार के खिलाफ मोर्चा
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी राहत और बचाव कार्य को लेकर लगातार क्षेत्रों में निकल रहे हैं। साथ ही पूरे कार्यों का खुद ही मॉनिटरिंग कर रहे हैं। जिसकी गृहमंत्री अमित शाह भी उत्तराखंड दौरा कर तारीफ कर चुके हैं। लेकिन भाजपा के विधायक पूरन फर्त्याल ने सरकार के कामकाज पर ही सवाल उठाकर सरकार की मुश्किलें खड़ी कर दी हैं। विधायक ने आपदा प्रबंधन मंत्री धन सिंह रावत पर भी जमकर भड़ास निकाली है। विधायक ने आरोप तक लगाए कि मंत्री वहीं दौरा कर रहे हैं जहां हैलीकॉप्टर पहुंच रहे हैं। जिला स्तरीय बैठक में विधायक ने सीएम धामी की मौजूदगी में जिला प्रशासन पर फर्जी आंकड़े पेश करने का आरोप लगाया है। उन्होंने डीएम पर भी ठीक से कार्य न करने की शिकायत की है। उन्होंने कहा कि वह दैवीय आपदा के चलते हुए नुकसान का जायजा लेने और पीड़ितों को ढाढ़स बंधाने हर क्षेत्र में गए और लोगों को हर संभव सहायता व्यक्तिगत रूप से देने का प्रयास कर रहे हैं। विधायक का आरोप है कि प्रशासन केवल सड़क के किनारे पहुंच कर सेल्फी ले रहे हैं। विधायक ने बैठक में चेतावनी दी कि अधिकारी संवेदनशील रवैय्या अपनाएं। विधायक पूरन सिंह फर्त्याल इससे पूर्व पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत के खिलाफ भी मोर्चा खोल चुके विधायक ने राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को पत्र लिखकर टनकपुर जौलजीबी सड़क निर्माण को लेकर सरकार और लोक निर्माण विभाग पर गंभीर सवाल उठाए थे। जिससे सरकार की किरकिरी हुई थी।
कांग्रेस ने सरकार को आपदा प्रबंधन में बताया फेल
इधर आपदा प्रबंधन को लेकर विपक्ष भी सरकार पर हमलावर हो गया है। 3 दिनों तक आपदाग्रस्त क्षेत्रों में गुजारने के बाद पूर्व सीएम हरीश रावत और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने धामी सरकार को आपदा प्रबंधन में फेल बताया है। कांग्रेस ने सरकार को 5 दिन का अल्टीमेटम देकर आपदा राहत कार्यों में तेजी लाने को कहा है। जिसके बाद कांग्रेस बड़े स्तर पर आंदोलन चलाएगी। पूर्व सीएम हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी पीड़ितों को मुआवजे की राशि नहीं दी गई है। इसलिए तय किया गया है कि कांग्रेस कार्यकर्ता 28 अक्तूबर से प्रदेशभर के सभी जिला मुख्यालयों और महानगरों में उपवास कर आंदोलन की शुरुआत करेंगे। हरीश रावत ने सवाल किया कि गृहमंत्री अमित शाह ने साफ कहा था कि उत्तराखंड में आपदा के हालातों को लेकर 36 घंटे पहले जानकारी दे दी गई थी। लेकिन फिर भी प्रदेश सरकार क्यों सोई रही।
भाजपा का आरोप, आपदा में भी राजनीति कर रही कांग्रेस
कांग्रेस के आपदा को लेकर सरकार पर लगाए गंभीर आरोपों का जबाव देते हुए भाजपा के प्रदेश प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने कहा कि प्रदेश में आपदा की सटीक जानकारी और द्रुत गति से राहत कार्य शुरू करने से हजारों की संख्या में जन हानि को रोका जा सका लेकिन कांग्रेस आपदा में भी राजनीति अवसर ढूंढ रही है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 17 अक्तूबर को सरकार आपदा को लेकर अलर्ट मोड पर थी तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने खुले मन से रेस्क्यू के लिए जरुरी सहायता उपलब्ध कराई। एनडीआरएफ,सेना, एयर फोर्स के प्लेन के साथ ही एसडीआरएफ और पुलिस ने हजारों लोगो को रेस्क्यू किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सभी जिलों के जिलाधिकरियो से संवाद बनाए हुए थे और लोगों के बीच रहे। जिन लोगों को रेस्क्यू किया गया उनके लिए सभी व्यवस्थाएं की गयी। सरकार आपदा आने से पहले ही सचेत थी और इसी कारण जन हानि के आंकड़ों को अधिक नहीं बढ़ने दिया।
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