उत्तराखंड बीजेपी की टेंशन बढ़ने वाली तस्वीर! हरक सिंह और उमेश काउ के कांग्रेस में जाने की अटकलें तेज
देहरादून, 19 अक्टूबर: उत्तराखंड में एक तरफ आसमान से आफत बरस रही है तो दूसरी तरफ सियासी घमासान भी जारी है। देवभूमि में पिछले कुछ वक्त से राजनीति अलग ही स्तर पर चल रही है। जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं। वैसे-वैसे राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती दिखाई दे रही है। हाल ही में पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने अपने विधायक बेटे संजीव आर्य के साथ कांग्रेस में वापसी की थी, जिसके बाद बीजेपी में शामिल पुराने कांग्रेसी नेताओं को लेकर नई सुगबुगाहट तेज हो गई है।

यहां सबसे ज्यादा चर्चे रायपुर विधायक उमेश शर्मा 'काऊ' और कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत को लेकर हैं। दोनों ही नेताओं ने पिछले काफी वक्त से कई मुद्दों पर अपना ही पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोल हुआ है। ऐसे में अब चुनावी साल के इस दौर में दोनों नेताओं के अगले कदम को लेकर काफी कुछ संभावना जताई जा रही है।
हरक सिंह और काउ को लेकर अटकलें
इस बीच सामने आई तस्वीर ने उत्तराखंड की राजनीति में नई सरगर्मी ला दी है। हरिद्वार से कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ चुके भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह और कांग्रेस नेता ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह के देहरादून स्थित आवास पर मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद हरक सिंह और काउ के कांग्रेस में जाने की अटकलें लगाई जा रही हैं।
इधर, चुनाव से पहले उत्तराखंड में सियासत तेज होती नजर आ रही है। बीजेपी लगातार प्रदेश में दोबारा सत्ता में वापसी को लेकर नए-नए कदम उठा रही है। पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को सीएम पद से हटाया, फिर उनकी जगह तीरथ सिंह रावत को सत्ता सौंपी, हालांकि उनके 100 दिनों के कार्यकाल के बाद पुष्कर सिंह धामी को प्रदेश की कमान सौप दी गई। हालांकि इस दौरान में पार्टी के अंदर आपसी कलह की भी खबरें सामने आई है, जिसको पार्टी की ओर से मैनेज किया जा रहा है।